लंपी रोग को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा ऐलान किया है। औरंगाबाद के दौरे पर आए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लंपी रोग(Lumpy disease) से बचाव के लिए जिला कलेक्टरों को पशुओं के लिए क्वारंटाइन सेंटर स्थापित करने का आदेश दिया है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी घोषणा की है कि लंपी रोगों के कारण मरने वाले जानवरों के लिए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
औरंगाबाद के विनोद पाटिल ने लंपी रोग के खतरे को भांपते हुए क्वारंटाइन सेंटर स्थापित करने की मांग की थी। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने आज जिला कलक्टर को क्वारंटीन सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच सूबे के करीब 22 जिलों में गांठ जैसी बीमारी फैल गई है। जिस स्थान पर लंपी रोग हुआ है, उसके पांच किमी के दायरे में सभी जानवरों का टीकाकरण किया जाएगा।
राज्य के पशुपालन आयुक्त की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स नियमित समीक्षा करेगी और गांठ वाली बीमारी को नियंत्रण में लाने के उपायों की सिफारिश करेगी।
राज्य के पशुपालन मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने बताया कि लंपी ग्रस्त पशुओं की दवा का सारा खर्चा सरकार उठाएगी और जिला स्तर पर जरूरी दवाओं का एक 'ड्रग बैंक' मुहैया कराया जाएगा।
एक सप्ताह में राज्य के लिए वैक्सीन की 50 लाख खुराक उपलब्ध हो जाएगी। टीकाकरण निजी पशु चिकित्सकों और स्नातकोत्तर पशु चिकित्सा छात्रों की मदद से किया जाना चाहिए। विखे पाटिल ने यह भी कहा है कि निजी पशु चिकित्सकों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।