मुंबई के घाटकोपर इलाके में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाने के जिम्मेदार एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सोमवार शाम को यह विशाल बिलबोर्ड ढह गया, जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भावेश भिंडे और अन्य के खिलाफ पंत नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी के तहत गैर इरादतन हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। (Mumbai-Ghatkopar hoarding owner a rape accused 8 things about Bhavesh Bhinde)
कौन हैं भावेश भिंडे?
- भावेश भिंडे पर रेप का आरोप है और उनके खिलाफ इसी साल जनवरी में मुलुंड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इस मामेल मे आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।
- एनडीटीवी ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि भावेश भिंडे ने होर्डिंग्स और बैनर लगाने के लिए भारतीय रेलवे और बीएमसी के साथ कई अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं। हालाँकि, उन पर आरोप है कि उन्होंने कई बार दोनों संस्थानों के नियमों का उल्लंघन किया है।
- भावेश भिंडे और उनकी कंपनी के अन्य सहयोगियों पर भी पेड़ काटने का आरोप है।
- इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 2009 मे भावेश भिंडे ने मुलुंड से महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में असफल रूप से चुनाव लड़ा।
- भिंडे द्वारा दायर हलफनामे के मुताबिक, जब उन्होंने चुनाव लड़ा था तो उनके खिलाफ 23 मामले दर्ज थे।
- इंडिया टुडे के अनुसार भिंडे गुजू एड्स नामक कंपनी चलाते थे, जिसे बाद में उनके और कंपनी के बीच कई कानूनी मुद्दों के कारण बीएमसी द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।
- ब्लैकलिस्टेड होने के बाद भी भिंडे ने एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और होर्डिंग्स के लिए अनुबंध करना जारी रखा।
- सोमवार को गिरे होर्डिंग को पहले लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में "सबसे बड़े होर्डिंग" के रूप में मान्यता दी गई थी।
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