मुंबई (Mumbai) के डोंगरी (dongri) इलाके में चल रही एक ड्रग (drug) की फैक्ट्री में एनसीबी (ncb) अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई से 'डी' गैंग (D gang) की कमर टूट गई। इस कार्रवाई में, पुलिस ने करोड़ों रुपये नकद और ड्रग्स जब्त कर डी गैंग के एक बड़े तस्कर को गिरफ्तार किया। इसी मामले में कुख्यात तस्कर चिंकू पठान (chinki pathan) को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी तबियत खराब होने के बाद उसे जे.जे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिंकू फिलहाल एटीएस की गिरफ्त में है।
अधिकारी समीर वानखड़े (samir wankhede) के नेतृत्व में एनसीबी (NCB) की टीम इस समय ड्रग तस्करों पर कहर बन कर टूट रहे हैं। इसी कड़ी में 'डी' गैग द्वारा संचालित ड्रग फैक्ट्री में छापा मार कर NCB की टीम ने 'डी' गैंग को बहुत बड़ा झटका दिया है। यह ड्रग की फैक्ट्री मुंबई के डोंगरी इलाके में चलाई जा रही थी।
कार्रवाई के दौरान NCB को 2.18 करोड़ रुपये नगद और 12 किलो ड्रग्स भी जब्त किए। साथ ही पुलिस को यहां से चिंकू पठान सहित तीन लोग हाथ लगे। चिंकू पठान 'डी' गैंग का काफी करीबी और मुंबई में सबसे बड़ा ड्रग तस्कर था। NCB की यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी सफलता है।
NCB को आरोपियों के पास से एक डायरी मिली है, जिसमें से कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इस डायरी से यह जानकारी सामने आई है कि, चिंकू पठान मुंबई में ड्रग्स बेचकर 'डी' गैंग के सहयोग से आतंकवाद का वित्तपोषण करने का काम कर रहा था। साथ ही यह भी पता चला है कि, इस गिरोह ने पिछले पांच वर्षों में 1,500 करोड़ रुपये की ड्रग्स बेचीं और हवाला के जरिए डी-गैंग को हजारों करोड़ रुपये भेजे। पुलिस को चिंकू पठान के पास मिली डायरी में दाऊद (Dawood Ibrahim) के भाई अनीस इब्राहिम (anis ibrahim) और फहीम मचमच (faheem muchmuch) के नाम भी मिले, इसलिए NCB के बाद चिंकू को महाराष्ट्र ATS के अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है।
एटीएस की टीम ने जब चिंकू से पूछताछ की तो वह अचानक से अस्वस्थ महसूस करने लगा। जिसके बाद एटीएस के अधिकारियों ने उसे जे.जे. अस्पताल इलाज के लिए ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया है। चिंकू पठान फिलहाल ATS की ही हिरासत में है। तो वहीं, ड्रग बेचकर दाऊद द्वारा बनाई गई संपत्ति को NCB ने जब्त करने का फैसला किया है।
एनसीबी के अधिकारी समीर वानखड़े ने दावा किया था कि मुंबई से दाऊद का आतंक कुछ दिनों में खत्म हो जाएगा और नशीली दवाओं की तस्करी पर स्थायी रूप से रोक दिया जाएगा।