देश में डेंगू के मामलों में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। मुंबई, नागपुर, नासिक, पुणे और ठाणे जिलों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। बढ़ते शहरीकरण, भीड़भाड़ और डेंगू से बचाव के उपायों का उचित पालन न होने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। (Maharashtra has the second highest number of dengue cases in the country)
100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि
जनवरी से नवंबर तक राज्य में डेंगू के 17,528 मामले सामने आए।यह 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2022 की इस अवधि में 8578 मरीज पंजीकृत किये गये। इस साल राज्य में डेंगू से 14 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले साल डेंगू से जान गंवाने वालों की संख्या 27 थी। इस साल उत्तर प्रदेश में 33,319 मरीज मिले. 30 नवंबर तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुंबई, नागपुर, नासिक, पुणे, ठाणे में ग्रामीण इलाकों की तुलना में डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक है। अकेले मुंबई में राज्य के कुल मरीजों की एक तिहाई संख्या सामने आई है। मुंबई में 5261, नासिक में 1383 और नागपुर में 1295 मरीज मिले।
पर्यावरण में परिवर्तन, महामारी रोगों के फैलने के कारण रोगियों की संख्या में वृद्धि अधिक होती है। राज्य में डेंगू के निदान के लिए पांच लाख परीक्षण किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के बाद राज्य में कीट रोगों पर नियंत्रण के लिए किये जाने वाले उपाय धीमे हो गये हैं।उन दो वर्षों के दौरान स्वास्थ्य प्रणाली का ध्यान कोरोना बीमारी को फैलने से रोकने पर था।
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