Advertisement

प्रकाश आंबेडकर ने 'भारतीय मुस्लिम घुसपैठियों' वाली टिप्पणी पर पीएम मोदी की आलोचना की

मोदी ने रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा इलाके में आयोजित प्रचार रैली में यह बयान दिया

प्रकाश आंबेडकर ने 'भारतीय मुस्लिम घुसपैठियों' वाली टिप्पणी पर पीएम मोदी की आलोचना की
SHARES

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में एक सभा को संबोधित करते हुए मुस्लिम समुदाय को घुसपैठिया बताया। इसे लेकर देशभर से उनकी आलोचना हो रही है। वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने भी उनकी आलोचना की। उन्होंने शांतिपूर्ण रुख अपनाने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। (Prakash Ambedkar criticises PM Modi over 'Indian Muslim intruders' comment)

प्रकाश अंबेडकर ने कहा, "भारतीय मुसलमान घुसपैठिए नहीं हैं, वे हमारे विविध, बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश के समान नागरिक हैं, हम सभी नागरिक हैं"

उन्होंने इसकी भी आलोचना करते हुए कहा की  “आरएसएस-भाजपा भेदभावपूर्ण नीतियों के माध्यम से भारत के मुसलमानों को मताधिकार से वंचित करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है. इसका प्रमुख उदाहरण सीएए-एनआरसी है''।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?

रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा इलाके में मोदी की चुनावी रैली हुई। इस बार उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की   "पहले जब कांग्रेस सरकार में थे, तो उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसका मतलब है कि इस संपत्ति को कौन इकट्ठा करेगा और साझा करेगा? जिनके अधिक बच्चे होंगे उन्हें यह मिलेगा, घुसपैठियों को मिलेगा, क्या आपकी कमाई घुसपैठियों को दे दी जाए? क्या आप इससे सहमत हैं?”

प्रधानमंत्री ने कहा, "मनमोहन सिंह सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, कांग्रेस का घोषणापत्र ही कहता है कि वे देश में महिलाओं के सोने का हिसाब लेंगे और फिर उस संपत्ति को वितरित करेंगे"


जीतेंद्र आव्हाड ने भी की आलोचना

एनसीपी( शरदचंद्र पवार) के नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाण ने भी प्रधानमंत्री की इस बात पर आलोचना की है।  उन्होने कहा की “देश के प्रधान मंत्री द्वारा दिया गया भाषण निश्चित रूप से पद के अनुरूप नहीं था,  उन्होंने अपने भाषण में मुस्लिम समुदाय पर उंगली उठाते हुए 'घुसपेटिया' शब्द का इस्तेमाल किया,  जो बयान कांग्रेस ने कभी नहीं दिया,  उन्होंने इसे कांग्रेस के नाम पर आगे बढ़ाया और कहा कि देश की संपत्ति मुसलमानों को वितरित की जा रही है.  वे नहीं जानते कि यह सब करते समय उन्हें कौन सी खुशी या सुख मिलता है।”




जितेंद्र आव्हाड ने कहा की   “जब कहने को कुछ न हो,  इसलिए अगर प्रधानमंत्री का उद्देश्य अपने काम के बारे में बात किए बिना हिंदू-मुस्लिम नफरत फैलाना है, तो यह इस देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है,  इतना कहने के बाद भी मुझे नहीं लगता कि चुनाव आयोग जागेगा,  लेकिन, देश में चुनाव अब सिर्फ नफरत के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है, क्योंकि, चुनाव के दौरान बदली हुई स्थिति और उनके पैरों तले खिसकती रेत को देखते हुए, उनके पास नफरत फैलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है"

यह भी पढ़े-  मुंबई में वायु प्रदूषण मानदंडों के उल्लंघन के लिए 4,400 से अधिक मामले दर्ज किए गए

Read this story in English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें