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कमलनाथ ही नहीं, महिलाओं के बारे में देश के नेताओं ने दिए हैं कैसे कैसे बयान, पढ़ें यहां

भारत में माननीयों द्वारा महिलाओं पर विवादित बयान देने पर, उसे हल्के फुल्के मजाक के तौर पर ले लिया जाता है या फिर राजनीतिक पार्टियां बेहद ही मामूली कार्रवाई कर छोड़ देती हैं।

कमलनाथ ही नहीं, महिलाओं के बारे में देश के नेताओं ने दिए हैं कैसे कैसे बयान, पढ़ें यहां
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 इस समय बिहार (bihar) में हो रहे विधानसभा (assembly election) के चुनाव और मध्य प्रदेश (MP Election) में विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर देश भर में सरगर्मी छाई हुई है। चूंकि चुनाव है तो भाषण भी होंगे और ऐसा कहां है कि, भाषण हो और किसी की जुबान न फिसली हो।

अभी हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आईं इमरती देवी को कमलनाथ (kamlanath) ने एक चुनावी सभा में 'आइटम' (item) कह दिया। फिर क्या था, बीजेपी (BJP) ने इसे लगे हाथ लपककर मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया।

इस बयान को लेकर BJP ने कांग्रेस (Congress) को घेरना शुरू कर दिया। वैसे देखा जाए तो यह कोई पहली बार नहीं है कब कोई विवाद किसी के बयान के कारण खड़ा हुआ हो। इसके पहले भी कई बयानों से बखेड़ा खड़ा हुआ है। आइए आज हम ऐसे ही कुछ बयानों पर डालते हैं एक नजर....

मध्य प्रदेश के एक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने 27 जुलाई 2013 को इंदौर में कांग्रेस की ही नेता मीनाक्षी नटराजन को 'टंच माल' कहकर संबोधित किया था, जिससेे हंगामा मच गया था। बता दें उस समय भी एमपी में विधानसभा के चुनाव एकदम सिर पर थे।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने 2012 में बीजेपी नेता स्मृति इरानी के बारे में कहा था, 'मुझे आपको सुनने की जरूरत नहीं। आपको राजनीति में आए 4 दिन हुए हैं और आप अपने आपको बड़ी राजनीतिक विश्लेषक समझ रही हैं। कल तक आप टेलिविजन पर नाच रही थीं और आज आप नेता बन गईं।' उनके इस बयान को लेकर इरानी ने उन्हें कोर्ट तक घसीटा।

30 सितंबर 2012 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता श्रीप्रकाश जायसवाल ने महिलाओं के बारे में आपत्तिनजक टिप्पणी करते हुए कहा था कि, 'नई-नई जीत और नई-नई शादी का अपना अलग ही महत्व होता है। जैसे-जैसे समय बीतेगा जीत पुरानी होती जाएगी, जैसे-जैसे समय बीतता है पत्नी भी पुरानी होती जाती है, फिर वो मजा नहीं रहता है।' बीजेपी ने इस बयान को मुद्दा बनाते हुए तत्कालीन यूपीए सरकार (UPA Government) को घेरने की पुरजोर कोशिश की थी।

साल 2012 में घटे निर्भया कांड (nirbhaya rape case) को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शनों पर महिलाओं के बारे में स्वर्गीय पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे ने भी अभिजीत मुखर्जी ने विवादित टिप्पणी की थी। 28 दिसंबर 2012 को अभिजीत ने विरोध  प्रदर्शन करने वाली महिलाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि अभी तो ये महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन रात को मेकअप से लगा कर पब में जाएंगी। हालांकि हंगामा मचने ने बाद अभिजीत ने बाद में अपने बयान को लेकर माफी मांग ली थी।

ऐसा नहीं है कि केवल कांग्रेस के नेताओं की ही जुबान फिसलती है,इस लिस्ट में और भी कई नाम है।

JDU छोड़ कर RJD में गए शरद यादव (sharad yadav) संसद में औरतों के रंग और शरीर की बनावट पर कटाक्ष कर चूके हैं। एक बार संसद में उन्होंने बयान देते हुए कहा था, "दक्षिण की महिला जितनी खूबसूरत होती है.. जितना उसकी बॉडी देखने में (हाथ से शरीर की बनावट बताते हुए)....वो नृत्य जानती है....मैं तो उनकी ख़ूबसूरती की तारीफ़ कर रहा हूँ ( इस बीच कई सांसद उनके बयान पर ठहाके लगा रहे थे।)"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार कांग्रेस नेता शशि थरूर (shashi tharur) की मरहूम पत्नी सुनंदा पुष्कर(sunanda pushkar) के लिए '50 करोड़ की गर्लफ्रेंड' शब्द का इस्तेमाल किया था।

साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) संसद में किसी विषय पर बयान दे रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी (renuka choudhary) ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगीं। तब मुस्कुराते हुए मोदी बोले, "सभापति जी रेणुका जी को आप कुछ मत कहिए रामायण (ramayan) सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का आज सौभाग्य मिला है।"

बाद में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री किरण रिजीजू ने फ़ेसबुक पर एक वीडियो शेयर कर रेणुका चौधरी की हंसी की तुलना रामायण के किरदार शूर्पणखा से कर डाली।

यही नहीं बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी (sonia gandhi) के लिए 'जर्सी गाय' जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं।

इसके अलावा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (mulayam singh yadav) ने एक रेप मामले में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, लड़के हैं गलती हो जाती है। उनके इस बयान को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था।

यही नही साल 2012 में एक चुनावी रैली में सीपीआईएम नेता अनिसुर रहमान महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार पर बात कर रहे थे।

उस समय उन्होंने कहा कि, प्रताड़ित महिलाओं को शायद न्याय नहीं मिलेगा क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (mamata banerjee) ने बलात्कार की कीमत तय की हुई है।

उन्होंने आगे कहा,''हम ममता दी से पूछना चाहते हैं उन्हें कितना मुआवजा चाहिए। बलात्कार के लिए कितना पैसा लेंगी?''

भारत में माननीयों द्वारा महिलाओं पर विवादित बयान देने पर, उसे हल्के फुल्के मजाक के तौर पर ले लिया जाता है या फिर राजनीतिक पार्टियां बेहद ही मामूली कार्रवाई कर छोड़ देती हैं। इस तरह के बयान यही दर्शाते हैं कि, भले ही हम सुपर पावर बनने की बात करते हो लेकिन जब तक हम महिलाओं को उन्हें पुरुषों से कमतर ही आंकते रहेंगे तब तक सुपर क्या हम निम्न ही बने रहेंगे।

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