महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बातचीत का आमंत्रण देने के बाद भी मराठा क्रांति मोर्चा आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं है। लातूर में आयोजित एक सभा में एक मराठा मोर्चा ने कहा कि जब हमने अपनी मांग सौंप मुख्यमंत्री को सौंप दी है तो बातचीत करने का कोई तुक नहीं है। 9 अगस्त को हम अपने अधिकार के लिए महाराष्ट्र बंद आंदोलन जरूर करेंगे। बता दें कि इसी आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों को बातचीत करके हल निकालने का न्यौता दिया था।
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सीएम के साथ बैठक में कौन थे?
रविवार को मराठा मोर्चा आंदोलन के बाबत ही सीएम फडणवीस और नारायण राणे ने सह्याद्रि अतिथि ग्रह में मराठा मोर्चा के पदाधिकारियों से चर्चा की। लेकिन अब इस बैठक को लेकर सवाल उठ रहे हैं, बताया जाता है कि मराठा मोर्चा में जिन आंदोलनकरियों ने आंदोलन किया था उनमे से कई लोग तो परली जिले में आंदोलन कर रहे हैं और कुछ लोग लातूर जिले में राज्य स्तरीय बैठक में हिस्सा ले रहे थे। तो सवाल है कि सीएम साहब ने जिन पदाधिकारियों के साथ बैठक की वे कौन-कौन थे?
9 को आंदोलन निश्चित
मराठा क्रांति मोर्चा कहना है कि जिन लोगों ने सीएम के साथ बैठक की उनसे हमारा कोई लेना देना नहीं है, वे मराठा क्रांति मोर्चा के सदस्य भी नहीं हैं। हमारे बीच से यही तक कोई सीएमसी नहीं मिला, किसी ने मध्यस्थता नहीं की है। हमारी तरफ से 9 अगस्त को आंदोलन किया जाना निश्चित है।
इस तरह होगा आंदोलन
मराठा क्रांति मोर्चा के मुताबिक 1अगस्त से लेकर 8 अगस्त तक हम सभी विधायकों और सांसदों के घर के सामने बैठ कर आंदोलन करेंगे, इसके बाद 9 अगस्त के दिन महाराष्ट्र बंद का आयोजन करेंगे। इनका कहना है कि इस बात इस आंदोलन में स्कूल और कॉलेजों को भी बंद कराया जाएगा।
असहयोग आंदोलन
मराठा क्रांति मोर्चा ने जिस तरह से सरकार से किसी भी तरह की कोई चर्चा नहीं कर रही है उससे तो यही लगता है कि एक तरह से मराठाओं ने असहयोग आंदोलन छेड़ दिया है। अब इनका कहना है कि अगर इनकी मांग पूरी नहीं की गयी तो ये लोग अब आगे बिजली, पानी जैसे बिल भी भरना बंद कर देंगे।
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