'पिंक','नाम शबाना' और 'सांड की आंख' जैसी फिल्मों में धमाल मचा चुकीं बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू इन दिनों अपनी आगामी फिल्म 'थप्पड़' को लेकर व्यस्त हैं। इस फिल्म में वे एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं, जिसपर उसका पति हाथ उठाता है और बात तलाक तक पहुंच जाती है। इससे पहले भी तापसी अपनी फिल्म में एक पावरफुल महिला को रिप्रेजेंट कर चुकी हैं। इस तरह की फिल्में करने में वे प्राउड फील करती हैं। इस बात का खुलासा उन्होंने हालिया इंटरव्यू में किया है।
तापसी-आयुष्मान उठाएंगे महिला-पुरुष के मुद्दे
जब तापसी से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा कि जहां एक तरफ आयुष्मान खुराना की छवि फिल्मों में पुरुषों के मुद्दों को उठाने वाली है, वहीं आपकी छवि महिलाओं के मुद्दों को उठाने की बनती जा रही है, इसे आप किस तरह से देखती हैं, और क्या भविष्य में दोनों मिलकर एक फिल्म में महिला-पुरुष के मुद्दे उठाएंगे? इसके जवाब में तापसी ने कहा, इस बारे में मैं आयुष्मान से जरूर बात करूंगी। साथ ही मैं अपनी इमेज से खुश हूं, मुझे इससे किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं है। बहुत सारे एक्टर का तो पूरा करियर निकल जाता है और कोई भी इमेज नहीं बन पाती। कब आए, कब गए कोई छाप ही छोड़कर नहीं जाते। मेरी कुछ तो बनी है, उसके लिए मैं बहुत खुश हूं।
'जुड़वा 2' ने बढ़ाया फिल्मों का बजट
तापसी ने 'जुड़वा 2' में काम करने को लेकर कहा, मैं नहीं चाहती हूं कि लोग सोचें कि मैं वह नहीं कर सकती हूं, इसलिए मैं 'जुड़वा 2' जैसी फिल्म भी कर लेती हूं। अब लोग मुझे ऑफ बीट एक्ट्रेस नहीं बुला सकते। इस इंडस्ट्री में रहकर मैं अलग अलग काम करूंगी। अगर मैंने 'जुड़वा 2' नहीं की होती, तो आज मेरी फिल्मों का जो बजट है, वह भी नहीं होता। क्योंकि उन्हें यह सोचकर मुझे साइड कर देना था, कि यह तो आर्ट टाइप की फिल्में ही करती है। मेरे ऊपर मेन स्ट्रीम फिल्म वाला टैग ही नहीं लगता।
टाइपकास्ट होने से कोई परहेज नहीं
अगर मैं अच्छी फिल्में करती हूं और लगता है कि मैं टाइपकास्ट हो रही हूं तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। मैं इससे काफी खुछ हूं।