प्यार की खातिर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार हो गए थे इरफान खान

बॉलीवुड एक्टर इरफान खान ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आज आखिरी सांस ली है। हर कोई जानता है कि इरफान एक बेहतरीन कलाकार थे। उनके कुछ कुछ किरदार इतने सीरियस थे कि लोग देख कर ही डर जाते थे, इसलिए लोग उन्हें बहुत सीरियस इंसान भी समझने लगे थे। पर इरफान असल जिंदगी में बेहद ही दिलनखुस और मजाकिया इंसान हैं। साथ ही उनकी लव स्टोरी भी बेहद अलग है।

इरफान और उनकी पत्नी सुतापा की लव स्टोरी दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के दौरान शुरू हुई। बताया जाता है कि वे सुतापा से शादी करने के लिए वे हिंदू धर्म अपनाने के लिए तैयार थे।

एक्टिंग की छोटी छोटी बारीकियां सीखने के दौरान कब वे असम की सुतापा सिकदर को दिल दे बैठे उन्हें पता ही नहीं चला था। उस दौर में लोग लिव-इन रिलेशनशिप के बारे में बात भी नहीं करते थे। बिना शादी के साथ रहते इरफान और सुतापा की जिंदगी में जब तीसरे की आहट हुई तो उन्होंने अपने एक कमरे के घर को छोड़कर दो कमरों का घर लेने की सोची। नया घर लेने वे जहां जाते वहां पूछा जाता - आप शादीशुदा हैं? और नहीं बोलने पर घर भी नहीं मिलता। इसके बाद दोनों ने 1996 में शादी करने का फैसला किया। इरफान ने सुतापा से कहा कि अगर उनके परिवार वाले चाहें तो मैं हिंदू धर्म अपनाने को तैयार हूं।

पर इरफान को धर्म परिवर्तन करने की जरूरत नहीं पड़ी। सुतापा के परिवार ने उन्हें वैसे ही अपना लिया। इरफान ने एक इंटरव्यू में भी कहा था कि उनकी पत्नी उनके काम पर बारीकी से नजर रखती है। अगर सुतापा नहीं होतीं तो मेरे पास न हॉलीवुड का काम होता और न ही खुद का मकान। 

मार्च 2018 में जब पता चला कि इरफान कैंसर से पीड़ित हैं, तो उनकी पत्नी सुतापा उनके साथ परछाई बनकर रही। इरफान को उन्होंने कभी भी अकेला नहीं छोड़ा। इरफान के दो बेटे हैं बाबिल और अयान।

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