महंगाई डायन खाए जात है...फिर महंगी हुई खाना बनाने वाली गैस

एक फ़िल्म का गाना था, सखी सइयां तो खूब ही कमात है, महंगाई डायन खाए जात है। यह फिल्मी लाइन इस समय आम लोगों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। जहां एक तरफ लोग बढ़ते पेट्रोल और डीजल (petrol- diesel price) के दामों से हलकान हैं तो वहीं दूसरी तरफ घरेलू गैस (lpg gas price) भी महंगाई के कंपटीशन में आ गई है।

घरेलू गैस अब फिर से महंगी हो गई है। सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार को घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये तक की बढ़ोतरी की। इसके बाद अब बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर की कीमत 819 रुपये हो गई है। पहले यह दर 794 रुपये थी।

देश सहित राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 100 रुपये तक पहुंच गई हैं, जो पहले ही आम आदमी के बजट को प्रभावित कर चुकी हैं। इसके बाद अब घरेलू गैस की कीमतों में भी वृद्धि हो रही है।

2021 में, गैस सिलेंडर की कीमत अब तक 125 रुपये बढ़ चुकी है। 1 जनवरी को सिलेंडर की कीमत 694 रुपये थी। लेकिन अब यह 819 रुपये हो गई है। फरवरी महीने में ही घरेलू सिलेंडर के दाम तीन बार बढ़ाए गए हैं। 4 फरवरी को इसके रेट में 25 रुपये की वृद्धि की गई थी, जिसके बाद 25 फरवरी को 50 रुपये की वृद्धि और फिर अब 1मार्च को 25 रुपये बढ़ा दिया गया है।

एलपीजी की दरों में हर महीने की पहली तारीख को बदलाव होता था। जनवरी में गैस के दाम नहीं बढ़े।  लेकिन फरवरी में ही एलपीजी की कीमतों में लगभग 100 रुपये की बढ़ोतरी हुई।  बढ़ी हुई दरों को देखते हुए दिसंबर महीने से अब तक गैस की कीमतों में 200 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

अगली खबर
अन्य न्यूज़