कोविड-19 (Vividh -19) महामारी के चलते भारत सहित दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था (economy) इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। विदेशी एजंसी फिच रेटिंग्स (Fitch rating) ने भारत को लेकर आशंका जताई है कि लॉकडाउन (lockdown) के कारण भारत की इकोनॉमी 30 साल पीछे जा सकती है। यही नहीं फिच ने अपने एके बयान में कहा है कि,‘ इस साल वैश्विक मंदी की आशंका है और मार्च 2021 में खत्म हो रहे वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर घटकर दो प्रतिशत हो सकता है। ’
फिच ने कहा कि कोरोना की वजह से जो मंदी छाई हुई है उससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को नुकसान पहुंचने की संभावना है। फिच ने वैश्विक स्तर पर, आर्थिक विकास में 1.9 प्रतिशत की गिरावट की आशंका जताई है।
फिच का अनुमान है कि अमेरिका, यूरोप और यूके के लिए आर्थिक वृद्धि क्रमशः 3.3, 4.2 और 3.9 फिसदी की कमी आ सकती है।
एशियाई विकास बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर 4 प्रतिशत तक घटने का अनुमान लगाया। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भी कहा है कि जीडीपी घटकर 3.5 फीसदी पर आ सकती है। इसके पहले एसएंडपी ने पहले भी जीडीपी के अधिकतम 5.5 फीसदी और न्यूनतम 3.6 फीसदी पर रहने का कयास लगाया था।
मूडीज ने पिछले सप्ताह चालू वित्तीय वर्ष 2020 मेंभारत की जीडीपी वृद्धि को घटा कर 5.3 से 2.5 रहने का अनुमान लगाया था।