नाबालिग बच्चा यूपी से भाग कर मुंबई आया था हीरो बनने, लेकिन हकीकत में हुआ बिलकुल उलटा

फ़िल्मी दुनिया की चकाचौंध किसे नहीं प्रभावित करती इस चकाचौंध में फंस कर कई लोग बर्बाद हो गये। इसी चकाचौंध से प्रभावित होकर यूपी के बरेली का एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़का मुंबई पहुंच गया। हालांकि लड़के का तो कुछ नहीं हुआ लेकिन गनीमत इस बात की रही कि लड़का किसी गलत हाथ में नहीं पड़ा, वर्ना लेने के देने पड़ सकते थे. लड़के को सही सलामत उसके मां-बाप तक पहुंचा दिया गया।

क्या था मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बरेली के एक कान्वेंट स्कूल में कक्षा 9वीं में पढ़ने वाला छात्र सूरज (बदला हुआ नाम) अभी ठीक तरह से बड़ा भी नहीं हुआ था कि उसे फिल्मों का चस्का लग गया। सूरज को हॉलीवुड कि फिल्में खूब लुभाती थीं। उसने मुंबई का नाम सुन रखा था तो सोचा कि मुंबई जाकर वह भी हीरो बनेगा और फिल्मों के हीरो की  तरफ एक ही मुक्के में 10 गुंडों को धुल चटा देगा।

तो उसने घर से भागने की ठानी, एंड्राइड मोबाइल पास में था ही, जिओ का नेट भी था, तो सूरज ने मुंबई आने वाली ट्रेन का नाम पता किया और घर से भाग कर मुंबई वाली ट्रेन में बैठ गया और मुंबई आ गया।

उधर जब सूरज अपने घर नहीं पहुंचा तो घर वालों को चिंता हुई और उन्होंने काफी खोजबीन की। लेकिन लड़का नहीं मिला तो पुलिस स्टेशन में उसके मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

इधर लड़का जब मुंबई पहुंचा तो खाने पीने के पैसे खत्म हो गये थे, ट्रेन जब कुर्ला स्टेशन रुकी तो भीड़ में वह भी उतरा, लेकिन भीड़ और सड़कों पर अंधाधुंध भागते हुए गाड़ियों को देखते ही सूरज भौंचक्का रह गया। उसे समझ में नहीं आया कि अब वह क्या करें? कहां जाएं? किससे मिले? भूख प्यास से बेहाल सूरज पास के एक पार्क में जाकर रोने लगा।

सूरज को रोते हुए देख एक शख्स की नजर उस पर पड़ी और उसने सूरज से बात की तो सूरज ने उसे सब कुछ बता दिया। उस भलमानस शख्स ने मानवता दिखाते हुए सूरज को नजदीकी तिलक नगर पुलिस स्टेशन ले गया और वहां सारी बात बताई।

इसके बाद पुलिस ने आगे की प्रक्रिया में सूरज के घर वालों से फोन से सम्पर्क कर उन्हें सूरज के मुंबई में होने कि खबर दी। इसके बाद सूरज के घर वाले आकर सूरज को सही सलामत घर ले गये।

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