ठाणे ट्रैफिक पुलिस (Thane traffic police) ने अब सड़कों पर बेकार खड़े वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। यातायात पुलिस सड़कों और खाली भूखंडों पर 5,000 नायाब वाहनों की नीलामी करेगी।
ठाणे पुलिस आयुक्त (Thane police ) विवेक फनसालकर के आदेश के अनुसार, ठाणे परिवहन शाखा के पुलिस उपायुक्त बालासाहेब पाटिल ने इन वाहनों को हटाने के लिए एक अभियान चलाया है। ठाणे पुलिस आयुक्तालय की सड़कों पर महीनों से लावारिस वाहन खड़े हैं। नतीजतन, एक बड़ा यातायात जाम है।
ट्रैफिक पुलिस ने पिछले 15 दिनों से कार्रवाई तेज कर दी है। 1387 वाहन ठाणे की सड़कों पर लावारिस पाए गए हैं। जिसमें से 1369 वाहनों पर नोटिस चिपकाए गए थे। तब से, 945 मोटर चालकों ने सड़क से वाहनों को हटा दिया है। परिवहन विभाग ने 236 वाहनों को हटा दिया है। शेष 388 वाहनों के चेसिस और पंजीकरण संख्या एकत्र किए गए हैं और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय को भेजे गए हैं। इन वाहनों के मालिकों के पते प्राप्त करने के बाद, उन्हें एक नोटिस भेजा जाएगा।
यदि मालिक सात दिनों के भीतर आगे नहीं आते हैं, तो अगले 15 दिनों के लिए स्थानीय अदालत द्वारा एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया जाएगा। अगर उसके बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो इन वाहनों की नीलामी की जाएगी। इस नीलामी के लिए कानूनी प्रक्रिया का उल्लेख राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) पोर्टल पर किया गया है।
ठाणे में साकेत पुलिस मैदान, मुंब्रा, कल्याण, उल्हासनगर और भिवंडी में डंपिंग ग्राउंड में परिवहन विभाग और स्थानीय नगरपालिकाओं द्वारा 5,000 वाहनों को जब्त किया गया है। इन्हें निपटाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। नगर निगम द्वारा जब्त किए गए वाहनों और परिवहन विभाग द्वारा जब्त किए गए वाहनों को वर्गीकृत करके परिवहन विभाग की सहायता से वाहनों के मूल मालिकों की तलाश चल रही है। मूल मालिकों को खोजने के बाद शेष वाहनों की नीलामी की जाएगी।
लावारिस पाए गए 1387 वाहनों में से 981 वाहन ठाणे शहर में हैं। इसके तहत, कल्याण-डोंबिवली शहर में 303 वाहन और उल्हासनगर और अंबरनाथ में क्रमशः 41 और 37 वाहन पाए गए। सूचना के लिए आरटीओ को भेजे गए 388 वाहनों में से परिवहन शाखा को सूचना मिली है। इनमें से 29 वाहन मालिकों के पते पर नोटिस भेजे गए हैं। 45 वाहनों के चेसिस और पंजीकरण संख्या का पता नहीं लगाया जा सका है।