फेरीवालों के 81 फीसदी बर्फ दूषित, संभल कर पीएं नींबू पानी, गन्ने का रस और लस्सी जैसे पेय

अभी हाल ही में कुर्ला स्टेशन का एक विडियो काफी वायरल हुआ था, विडियो में शरबत बेचने वाला एक शख्स बड़े ही गंदे तरीके से नींबू पानी का शरबत बनाता नजर आ रहा था। इसके बाद रेलवे ने इसकी जांच के आदेश भी दिए थे। साथ ही बीएमसी ने भी सार्वजनिक स्थानों पर नींबू शरबत बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। उसी कार्रवाई के दौरान बीएमसी ने कई स्थानों से सैम्पल भी इकट्ठा किया था। जांच में 87 फीसदी बर्फ के नमूने दूषित पाए गये हैं।

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मुंबई में जिस तरह से गर्मी पड़ती है बाहर निकलने पर अकसर लोग नींबू पानी पीते नजर आते हैं, तो कई लोग गन्ने का रस, छास और लस्सी भी पीकर अपनी गर्मी कम करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इन पेय पदार्थों में मिलाया जाने वाला बर्फ कैसा होता है कभी सोचा है आपने? यही बर्फ दूषित होते हैं जो कि बीमारी का कारण बनते हैं।

मार्च महीने में जब बीएमसी ने कार्रवाई कि थी तो उस समय 87 फीसदी बर्फ के नमूने जांच में दूषित पाए गये थे, लेकिन जब बीएमसी ने फिर से अप्रैल महीने में फिर से इस तरह के नमूने फेरी वालों के पास से इकट्ठा कर उसकी जांच की तो इस बार भी 81 फीसदी बर्फ जांच में दूषित पाए गये।

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दूषित बर्फ की बिक्री को देखते हुए बीएमसी फेरी वालों पर कार्रवाई तो कर रही थी लेकिन बीएमसी ने आम लोगों से   इन पेय पदार्थों को नहीं पीने की अपील की है।

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