हज यात्रा में जाने वाले 640 तीर्थयात्रियों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग

बीएमसी की तरफ से हज यात्रा में जाने वाले तीर्थयात्रियों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी गई। 640लोग इस ट्रेनिंग कैंप में पहुंचे और आपदा प्रबंधन की स्थितियों से निपटने के गुर सिखे। ये सभी 640लोग अपने अपने राज्यों या इलाको में जाकर हज पर जानेवाले बाकी यात्रियों को भी आपदा प्रबंधन निपटने के गुर सिखाएंगे।

साल2016से इस प्रशिक्षण शिबिर की शुरुआत

हज यात्रा को एक पावन यात्रा माना जाता है। भारत से हर साल लगभग एक लाख 70हजार से भी अधिक लोग हज यात्रा के लिए जाते है। 40-दिवसीय तीर्थयात्रा के लिए जानेवाले लोगों के लिए इंतजाम 'हज कमिटी ऑफ इंडिया'की ओर से की जाती है। हज तीर्थयात्रियों को इस संगठन द्वारा हज यात्रा जाने से पहले प्रशिक्षण भी दिया जाता है जिसका मुख्यालय मुंबई में हज हाउज में है। साल2016से इस प्रशिक्षण शिबिर की शुरुआत की गई थी।

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3 हजार 150 प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग

पूरे देश से अब तक लगभग 3हजार150प्रशिक्षकों को बीएमसी के मार्गदर्शन के साथ आपदा प्रबंधन द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। 'हज कमिटी ऑफ इंडिया'के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.मकसुद अहमद ने बताया की बीएमसी आयुक्त अजोय मेहता को पत्र लिखकर बीएमसी को हज यात्रियों के लिए इस तरह की आपदा प्रबंधन की प्रशिक्षण देना की बात कही।'हज कमिटी ऑफ इंडिया'के सलाहकार अकबर शेख ने कहा है कि तीर्थयात्रियों ने अधिक सतर्कता व्यक्त की है और आपातकालीन प्रबंधन के प्रशिक्षण के बाद से उनकी हज तीर्थयात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम रहे हैं।

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आपातकालीन प्रबंधन विभाग के मुख्य अधिकारी महेश नार्वेकर ने हज तीर्थयात्रियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए एक योजना तैयार की है। इस योजना की तैयारी करते समय,हज तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध संसाधनों का अध्ययन किया गया। इस योजना के अनुसार,पिछले तीन वर्षों में 3हजार150हज प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। बीएमसी की ओर से इस सभी लोगों को प्रशिक्षण अत्यावश्यक व्यवस्थापन विभाग के नियंत्रण कक्ष के पर्यवेक्षक राजेंद्र लोखंडे ने दी है।

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