महानगरपालिका की भविष्य ‘वाणी’

  • सचिन धानजी & मुंबई लाइव टीम
  • सिविक

मुंबई - शिवसेना ने बीएमसी में अपनी सत्ता स्थापित कर ली है। महापौर पद पर वैश्यवाणी समाज के विश्वनाथ महाडेश्वर, स्थायी समिति अध्यक्ष पद रमेश कोरगावकर और सुधार समिति अध्यक्ष पद पर उम्मीदवार अनंत (बाला) नर को बनाया गया है। बीएमसी का कार्यभार वाणी के हाथों में सौपा गया है। महापालिका के कार्य को पारदर्शक बनाए रखने के लिए और बीजेपी को रोकने के लिए शिवसेना ने यह कदम उठाया है।
महाडेश्वर के महापौर बनने के साथ ही वैश्यवाणी समाज का महापौर मुंबई को मिला है। शिक्षण समिति अध्यक्ष पद पर भी शुभदा गुडेकर का चुनाव किया गया है, जो वैश्यवाणी समाज की है। तो वहीं दूसरी तरफ स्थायी समिति अध्यक्ष रमेश कोरगावकर भी वैश्यवाणी समाज के हैं। महापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष, शिक्षण समिति अध्यक्ष वैश्यवाणी समाज के होने के साथ सुधार समिति और बेस्ट समिति अध्यक्षपद पर वैश्यवाणी समाज के दावेदार भी इसी समाज से हो सकते हैं।

सुधार समिति अध्यक्षपद के लिए बाला नर और बेस्ट समिति अध्यक्षपद के लिए अनिल कोकील को उम्मीदवारी दी है। उपमहापौरपद छोड़कर सारे पदों पर शिवसेना ने वैश्यवाणी समाज के नगरसेवकों को मौका दिया जिससे जाहिर होता है कि इस बार बीएमसी में वैश्यवाणी समाज का दबदबा रहेगा। इस बार महाडेश्वर ने सामान्य वर्ग से चुनाव लड़ा था। जिसमें वो विजयी बनकर आए।

रेलवे को मोनो ऑपरेटर बना स्थायी समिति अध्यक्ष
स्थायी समिति अध्यक्षपद के लिए रमेश कोरगावरकर का चुनाव किया गया है। रमेश कोरगावरकर भायखला के प्रिटिंग प्रेस में मोनो ऑपरेटर के तौर पर कार्य कर रहे थे। रेलवे में 23 साल सेवा देने के बाद 2002 में उन्होने अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ा और चुनकर आए।

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