BMC ने 4700 करोड़ रुपये वसूल किया टैक्स

कोरोना (Coronavirus) के कारण लॉकडाउन (lockdown) लगने से, कर्मचारियों की कमी और नागरिकों के पास पैसे की कमी जैसी कई विपरीत परिस्थितयों में भी आखिरकार BMC लोगों से टैक्स वसूलने में कामयाब रही। हालांकि तय टारगेट तक BMC नहीं पहुंच पाई लेकिन फिर भी इसे संतोषजनक ही कहा जायेगा। BMC ने वर्ष 2020-21 में 5,200 करोड़ रुपये टैक्स वसूलने का एक अनुमानित लक्ष्य तय किया था, जिसमें से 4700 करोड़ रुपये टैक्स वसूल किया गया।

BMC ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में करीब 5,200 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स (property tax) वसूल करने का लक्ष्य तय किया था। लेकिन लॉकडाउन BMC की राह में बाधा बन कर आ गयी है। बावजूद इसके BMC  ने इस संकट को दूर किया है। टैक्स को अधिक से अधिक संख्या में वसूल करने के लिए, बकायेदारों को टैक्स भरने में छूट देने के साथ साथ BMC ने कड़ा रुख भी अख्तियार किया।

उसकी तरफ से दो फीसदी का जुर्माना भी लगाया गया। इसके अलावा कर का भुगतान न करने की स्थिति में पानी की आपूर्ति रोकने, सीवरेज रोकने, चार पहिया वाहनों को जब्त करने, एयर कंडीशन को कब्जे में लेने जैसी कार्रवाई भी की गई।

हालांकि, BMC टैक्स के प्राप्त करने के अपने पूर्ण उद्देश्य तक तो नहीं पहुंच सकी, उसे लगभग 500 से 600 करोड़ रुपये का एक घाटा सहना पड़ा है। लेकिन उसका कहना है कि, अगले कुछ महीनों में इस घाटे को पूरा कर लेंगे।

BMC भले ही संपत्ति कर को वसूलने में तेजी दिखा रही है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह अभी भी 15,000 करोड़ रुपये बकाया है। इसमें कुछ सरकारी एजेंसियां भी भी हैं, जिन्होंने टैक्स नहीं भरा है।

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