हालांकि इसके लिए बीएमसी (BMC) सहित कई वार्ड के नगरसेवकों ने अपने यहां तैयारी भी कर ली है। विसर्जन स्थल पर भीड़भाड़ से बचने के लिए बीएमसी के एल वार्ड, जिसमें कुर्ला, चंदिवली, साकी नाका, तुंगा और पवई के कुछ हिस्से आते हैं वहां कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है।
L वॉर्ड के सहायक आयुक्त ने लोगों से अपील की है कि, भक्त विसर्जन स्थल पर आकर मूर्ति को मनपाकर्मियों को सौंप दें, ताकि भीड़ भाड़ से बचा जा सके। यहां पर बने कृत्रिम तालाब में मनपाकर्मी मूर्ति को विसर्जित कर देंगे।
हालांकि इसके लिए भक्तों को समय का निर्धारण पहले ही कराना होगा।
इसके अलावा बोरीवली इलाके के R सेंट्रल में पूर्व नगरसेवक शिवानंद शेट्टी (shivanand shetty) ने जानकारी शेयर की। उसके मुताबिक, कोरोना (Ckrinavirus) के कारण भीड़ से बचने के लिए BMC ने कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है। साथ ही मोबाइल वैन की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें एक टाकी लगी होगी, जो पानी से भरी होगी। लोग इसमें भी विसर्जन कर सकेंगे।
इसके अलावा जहां विसर्जन की कोई व्यवस्था नहीं है तो वे अपने नजदीकी BMC केंद्रों में भी मूर्ति को विसर्जन के लिए जमा करा सकते हैं, या फिर उसे पानी भरे ड्रम में भी विसर्जित कर सकते हैं। इसके लिए शेट्टी ने हेल्पलाइन वाट्सऐप नंबर 7208536610 भी जारी किया है।
तो वहीं वॉर्ड 62 के युवा सेना प्रमुख मोहित पेडणेकर ने भी बताया कि, भक्त कोरोना से बच सके और बप्पा की अच्छे से विदाई कर सके, पाटलीपुत्र इलाके में कृत्रिम तालाब का निर्माण कराया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया है कि, वे घर घर जाकर मूर्तियों को लेंगे और उन्हें विसर्जित करेंगे।
वॉर्ड 62 के नगरसेवक राजू पेडणेकर (raju pednekar) ने कहा, गणराय की भक्ति जरूरी है, वे अपने साथ कोरोना महामारी को भी ले जाएंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से लॉकडाउन नियमों का पालन करने की अपील की, साथ ही मास्क लगाने और दूरी बनाए रखने सहित और कम से कम संख्या में भीड़ जमा होने की अपील भी की।