बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने पानी की आपूर्ति में सुधार के लिए घाटकोपर और विक्रोली के पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर सर्वेक्षण करने का फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक, पानी की पाइप लाइन डालने से पहले नगर निकाय छोटे स्तर पर सर्वे करता है. लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में कम पानी के दबाव और अपर्याप्त आपूर्ति की शिकायतें मिलने के बाद बीएमसी ने ये फैसला किया है।
अब बीएमसी ने घाटकोपर पश्चिम में एलिवेटेड इलाके का कुल स्टेशन सर्वेक्षण करने के लिए एक और टेंडर जारी किया है। परियोजना की अनुमानित लागत 1.70 करोड़ रुपये है।
बीएमसी ने पिछले साल गोवंडी के चीता कैंप में अपने सर्वेक्षण के साथ इस तरह के प्रयासों को तेज करना शुरू कर दिया था। रिपोर्ट्स की माने तो 2021 में गोवंडी और मानखुर्द ( MANKHURD) में भी इसी तरह का अध्ययन किया गया था। इसके लिए बीएमसी ने इस प्रोजेक्ट पर 1.35 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
सर्वेक्षण किए जानेवाला एरिया लगभग 50 हेक्टेयर है और स्थानीय लोगों और झोपड़ियों की संख्या भी गिना जाएगा। सर्वे होने के बाद पाइप लाइन बिछाने का ठेका दिया जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें एक नेटवर्क बिछाने के लिए एक एकीकृत अध्ययन की आवश्यकता है ताकि सभी को पानी का समान वितरण मिल सके।
बीएमसी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि इस क्षेत्र में पहले से ही एक पाइपलाइन नेटवर्क है लेकिन पिछले एक दशक में जनसंख्या में वृद्धि हुई है। इसलिए, नियोजन दल को ढलान वाले स्लम क्षेत्रों में पाइपलाइन बिछाने से पहले किसी प्रकार की जानकारी की आवश्यकता होती है जैसे स्थलाकृति और मुख्य कैसे बिछाई जानी चाहिए, जो इस तरह के सर्वेक्षण को करने के बाद ही प्राप्त की जा सकती है।
जिसके बाद योजना विभाग पानी की लाइन डिजाइन करेगा। जिससे ये भी मदद मिलेगा की कहां और कितने पाइप जोड़ों की जरूरत है।
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