इस साल बारिश में हर हालत से निपटने के लिए मध्य रेलवे तैनात

2019 में महालक्ष्मी एक्सप्रेस(Mahalaxmi express)  बारिश के दौरान पटरियों पर पानी भरे होने के कारण फंस गई थी, जिससे यात्रियों(passenger) को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।   मध्य रेलवे 2020 में बाढ़ जैसी स्थितियों से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए तैयार है। महालक्ष्मी एक्सप्रेस में हजारों से अधिक यात्री फंसे हुए थे, राष्ट्रीय आपदा दल (NDRF) उन्हें बचाया। यह पांच घंटे का बचाव अभियान था जो कि नौसेना, सेना, ठाणे नागरिक अधिकारियों और स्थानीय निवासियों द्वारा भी चलाया गया था क्योंकि यह मुंबई से 70 किमी हुआ था। 

बाढ़ बचाव दल बनाने का फैसला

मध्य रेलवे (CR) ने 15 सदस्यीय बाढ़ बचाव दल (FRT) बनाने का निर्णय लिया है, जिसे राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा और कमजोर स्थानों पर तैनात किया जाएगा। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 2019 में, ऐसे कई उदाहरण थे जिनमें एनडीआरएफ अधिकारियों को लोगों को बचाने के लिए बुलाया गया था। इस कदम से, मध्य रेलवे फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए अपने कर्मचारियों को तैनात कर सकता है। इसलिए, CR  ने एनडीआरएफ को लिखा है कि सीआर के कर्मचारियों को राहत और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करें। इसके अलावा, महिला रेलवे पुलिस बल (RPF) के कर्मियों को आपदा प्रतिक्रिया प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

2019 में, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बाढ़ जैसी स्थितियों से बचने के लिए रेलवे स्टेशनों पर पानी के पंपों के लिए  100 करोड़ का बजट रखा था।  मुंबई में गड्ढों के लिए 4,678.5 करोड़ रुपये भी रखे गये है। 

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