बीएमसी अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ी, सीसीटीवी के आधार पर दर्ज होगा अपराधिक मामला

मुंबई - सायन अस्पताल में डॉक्टर पर हुए हमले के बाद से रहिवासी डॉक्टरों ने आंदोलन शुरु किया है। डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए बीएमसी तत्काल हरकत में आ गई है। बीएमसी आयुक्त अजॉय मेहता ने आदेश दिया है कि मरीजों के परिवार वालों को तत्काल पास दिए जाएं, पर परिवारवालों को दो से अधिक पास ना दिए जाएं, जिस व्यक्ति के पास ना हो और एंट्री लेने की कोशिश करे तो उसपर अपराधिक मामला दर्ज किया जाए।

बीएमसी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सोमवार की शाम एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन बीएमसी आयुक्त अजोय मेहता के मार्गदर्श में किया गया। इस बैठक का आयोजन बीएमसी मुख्यालय में किया गया। इस बैठक में अतिरिक्त आयुक्त आय ए कुंदन, संचालक (मेडिकल शिक्षण व प्रमुख अस्पताल) डॉ. अविनाश सुपे, उपायुक्त सुनील धामणे, उपायुक्त रमेश पवार, बीएमसी के प्रमुख सुरक्षा अधिकारी दत्तात्रेय पाटील समेत सभी प्रमुख अस्पताल के अधिष्ठाता उपस्थित थे। इस बैठक में बात की गई कि अस्पताल में मरीज और मरीज के परिवार वालों के लिए अलग अलग रंग के प्रवेश पास दिए जाते हैं। अस्पताल परिसर में इन पासों की जांच स्पष्ट रुप से करना बंधन कारक हो। बीएमसी के सभी प्रमुख अस्पतालों में सीसीटीवी हैं। इन सीसीटी फुटेज की नियमितरुप से जांच और पकड़े जाने पर अपराध का मामला दर्ज करने का आदेश संबंधित अस्पतालों के डीन और सुरक्षा अधिकारी ने दिया।

सुरक्षा व्यवस्था अधिक सक्षम करने के मकसद स ‘महाराष्ट्र स्टेट सेक्युरिटी फोर्स’ के द्वारा आवश्यकतानुसार सुरक्षा रक्षक उपलब्ध करने का आदेश बीएमसी आयुक्त ने दिया है। साथ ही अगर आवश्यक्ता हो तो शस्त्रधारी सुरक्षा रक्षक को भी उपलब्ध कराने का आदेश बीएमसी आयुक्त ने संबंधितों को दिया।



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