केंद्र सरकार ने 1 जुलाई, 2024 से पूरे देश में भारतीय दंड संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के नए आपराधिक कानूनों को लागू कर दिया है। इन नए आपराधिक कानूनों पर आधारित एक प्रदर्शनी 19 से 23 नवंबर, 2025 तक मुंबई के आज़ाद मैदान में आयोजित की गई है।(Five-day exhibition on new criminal laws)
कानूनों में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक रूप में साक्ष्य स्वीकार करने का प्रावधान
नए आपराधिक कानूनों पर आधारित पाँच दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री फडणवीस ने आज़ाद मैदान में किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि ब्रिटिश काल के आपराधिक कानूनों में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक रूप में साक्ष्य स्वीकार करने का प्रावधान नहीं था। इस वजह से आरोपी सबूत नष्ट करके बच निकलते थे। नतीजतन, अलग अलग अपराधों के पीड़ितों को न्याय मिलने में लंबा समय लगता था। हालाँकि, अब केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए आपराधिक कानूनों के लागू होने से पीड़ितों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर न्याय मिल रहा है।
"नए कानून कि वजह से आरोपियों को सख्त सजा और पीड़ितों को न्याय मिल रहा"
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत पर शासन करने के लिए भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम तैयार किए थे। इन कानूनों में पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने का कोई प्रावधान नहीं था। हालाँकि, इन नए कानूनों के निर्माण से यह व्यवस्था बदल रही है और आरोपियों को सख्त सजा और पीड़ितों को न्याय मिल रहा है। लोकतंत्र में, चुनी हुई सरकार जनता की 'ट्रस्टी' होती है। इसी के अनुसार ये कानून बनाए गए हैं। नए कानून सजा से ज़्यादा न्याय पर ज़ोर देते हैं।
राज्य की अपराध दोषसिद्धि अब 53 प्रतिशत
2013 में राज्य की अपराध दोषसिद्धि दर नौ प्रतिशत थी, जो अब 53 प्रतिशत हो गई है। इन नए आपराधिक कानूनों के लागू होने से यह दर निश्चित रूप से 90 प्रतिशत तक पहुँच सकती है। सरकार ने 14 सरकारी फैसलों के ज़रिए पुलिस बल में कई सुधार किए हैं। पुलिस बल की नियुक्ति नियमावली और नया ढांचा तैयार किया गया है। एक ऐसा पुलिस बल तैयार किया जा रहा है जो नई चुनौतियों के लिए तैयार है।
पिछले कुछ वर्षों में 50,000 से ज़्यादा पदों पर भर्तियाँ की गई हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारा पुलिस बल देश में नंबर वन है, अब इसे दुनिया में भी नंबर वन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
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