अब तक 9 लाख प्रवासी मजदूरों को भेजा गया उनके गृहनगर- गृहमंत्री अनिल देशमुख

महाराष्ट्र सरकार ने दावा किया है कि अब तक 9 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृहनगर भेजा जा चुका है। यह आंकड़ा 27 मई तक का है। सरकार के मुताबिक इन सभी को भेजने के लिए 696 श्रमिक ट्रेनों को महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से छोड़ा गया है।

गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि, अब तक उत्तर प्रदेश के लिए कुल 694, बिहार के लिए 169, मध्य प्रदेश के लिए 33, झारखंड के लिए 30, कर्नाटक के लिए 6, उड़ीसा के लिए 13, राजस्थान के लिए 15, पश्चिम बंगाल के लिए 33 और छत्तीसगढ़ के लिए कुल 694 ट्रेनें जारी की गई हैं। ये ट्रेनें मुख्य रूप से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (CSMT) से 111, लोकमान्य तिलक टर्मिनल से 112, पनवेल से42, भिवंडी से 10, बोरिवली से 52, कल्याण से 8, ठाणे से 28, बांद्रा टर्मिनल से 58, पुणे से 69, कोल्हापुर से 23, सतारा से 13, औरंगाबाद से 12 और नागपुर से 14 ट्रेनें सहित राज्य के अन्य जिलों के रेलवे स्टेशनों से छोड़ी जा रहीं हैं।

गौरतलब है कि मुंबई में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं। इन मजदूरों को श्रमिक ट्रेनों में बैठाने की जिम्मेदारी पुलिस कर्मचारियों को दी गई हैं। इसके लिए पहले इन मजदूरों को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है, जिसकी प्रकिया 2 मई से ही जारी है।

पुलिस पर लगातार बढ़ता हुए दबाव को देखते हुए प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। सहपुलिस आयुक्त विनय चौबे और उपसचिव राहुल कुलकर्णी भी इसमें शामिल हैं। साथ ही इनकी मदद के लिए 1421 कर्मचारी भी लगे हुए हैं।

यही नहीं सरकार ने पुलिस कर्मियो के स्वास्थ्य को देखते हुए इस समिति में 40 वर्ष से कम उम्र के मरीजों को ही शामिल किया है। यह समिति प्रवासी मजदूरों का नियोजन करके उन्हें उनके गृहनगर भेजती है।

अगली खबर
अन्य न्यूज़