'वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है, राह में छोड़ के साया भी चला जाता है'...फिल्म 'हमसाया' का यह प्रसिद्ध गीत 16 मई को एकदम सच होने वाला है। लेकिन एक बात आपको बता दें कि यहां किसी परिस्थिति के चलते नहीं बल्कि एक भौगोलिक घटना के कारण साया छूटने वाला है। जिसे 'जीरो शैडो डे' भी कहते हैं यानी इस दिन किसी भी जीव को उसकी परछाई नहीं दिखती।
आपको बता दें कि जिस दिन सूर्य की किरणें एकदम सीधी यानि 90 डिग्री पर पृथ्वी पर पड़ती है उस दिन परछाई गायब हो जाती है वह दिन जीरो शैडो डे होता है। इस बार यह 16 मई को पड़ रहा है।
आपको बता दें कि पृथ्वी मकर रेखा के दक्षिण और कर्क रेखा के उत्तर की तरफ सूर्य कभी नहीं होता लेकिन पृथ्वी के घूमने का एंगल ही कुछ ऐसा होता है कि कर्क और मकर रेखा क्षेत्र में रहने वालों के ठीक ऊपर यानि 90 अंश डिग्री पर सूर्य चमकता है. इसीलिए परछाई गायब हो जाती है।
जहां 16 मई को मुंबई में परछाई नहीं दिखेगी तो 17 मई को ठाणे,डोंबिवली, कल्याण में भी दोपहर 12:35 बजे धूप तो रहेगी लेकिन परछाई नहीं दिखेगी।