मुंबईकरों को सत्ता से नहीं, सुविधा से मतलब

मुंबई - महापालिका चुनाव 2017 की पार्श्वभूमी पर मुंबई महापौर किसका, यह प्रश्न सभी के मन में चल रहा था। भाजपा की तऱफ से महापौर पद के लिए उम्मीदवारी नहीं भरे जाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। जिससे ऐसा माना जा रहा है कि शिवसेना के लिए महापौर का रास्ता साफ हो गया है। इसे लेकर मुंबईकरों के मन में सरकार को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। लोगों का बस ये मानना है कि सरकार किसी की भी हो बस उन्हें जरूरी सुविधा मिलनी चाहिए।

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