मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (MUTP) के तीसरे चरण के अंतर्गत एक प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजना, बहुप्रतीक्षित पनवेल-कर्जत उपनगरीय रेल कॉरिडोर धीरे-धीरे पूरा होने के करीब है।(Panvel-Karjat railway line work nears completion)
2,782 करोड़ रुपये की लागत
पनवेल से कर्जत मार्ग का विकास मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) द्वारा 2,782 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। 29.6 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का उद्देश्य मध्य रेलवे लाइन पर यातायात की भीड़भाड़ को कम करना और साथ ही नवी मुंबई और कर्जत के बीच संपर्क में सुधार करना है।
काम अंतिम चरण में
एमआरवीसी के अधिकारियों और हालिया रिपोर्टों के अनुसार, परियोजना का लगभग 79% काम पूरा हो चुका है, और पुल, सुरंग और स्टेशन संरचनाओं सहित प्रमुख कार्य अब अंतिम चरण में हैं। इस कॉरिडोर में पाँच स्टेशन शामिल होंगे - पनवेल, चिखले, मोहपे, चौक और कर्जत। इसके चालू होने पर, पनवेल और कर्जत के बीच यात्रा का समय लगभग 30 मिनट कम हो जाएगा।
रेलवे लाइन से कर्जत, भिवपुरी, नेरल और खोपोली से मुंबई और नवी मुंबई की बेहतर होगी कनेक्टिविटी
लोकसत्ता की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस रेलवे लाइन से कर्जत, भिवपुरी, नेरल और खोपोली से मुंबई और नवी मुंबई काम के सिलसिले में आने-जाने वाले हज़ारों दैनिक यात्रियों को लाभ होगा।इस परियोजना में 9 बड़े पुल, 35 छोटे पुल, 15 अंडरपास, एक रेलवे फ्लाईओवर और तीन सुरंगें शामिल हैं।
पटरी बिछाने का काम शुरू हो गया है, जो परियोजना का एक महत्वपूर्ण चरण है। एमआरवीसी के अधिकारियों ने बताया है कि शुरुआती लक्ष्य दिसंबर 2025 तक इसे पूरा करना था।
मार्च 2026 तक लाइन खुलने की संभावना
लेकिन अब यह लाइन मार्च 2026 तक जनता के लिए खुलने की संभावना है। इस कॉरिडोर से मध्य रेलवे पर यात्री भार कम करने में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है।इस लाइन के चालू होने के बाद, यह मार्ग के साथ उभरते आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा।
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