होटल खुले, लेकिन स्टाफ की है कमी

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कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) की अगुवाई वाली कैबिनेट ने हाल ही में 31 अक्टूबर, 2020 तक राज्य में तालाबंदी (lockdown) की घोषणा की। हालांकि, इसके साथ ही अनलॉक 5.0 (unlock 5.0) के तहत कई क्षेत्रों में ढील भी दी। जिसमें होटल, रेस्तरां और बार (hotel, restorent and bar) के संचालन फिर से शुरू करने की अनुमति भी दी गई।

लेकिन इसके साथ ही इन्हें लॉकडाउन नियमों का पालन करने का भी आदेश दिया गया है। राज्य और BMC द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के तहत बार, होटल और रेस्तरां को केवल 50 फीसदी तक ग्रााहकों को ही अंदर बैठाने की अनुमति होगी, साथ ही होटल परिसर में भीड़ को खड़ा करने की भी अनुमति नहीं होगी।

कोरोना (Covid-19) को ध्यान में रखते हुए होटल वालों को पार्सल या डिलीवरी को बढ़ावा देने के लिए कहा गया है।

हालांकि, अब जब होटलों और रेस्टोरेंट्स को खोले जाने की अनुमति मिल गई है तो सभी रेस्तरां या होटल परिचालन को फिर से शुरू करने में सक्षम नहीं हो रहेे हैं, क्योंकि होटल और रेस्टोरेटन्स के कई कर्मचारी मुंबई से बाहर या अपने गांव चले गए हैं, जिसके कारण होटलों वालों को कर्मचारियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

इस बारे में इंडियन होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन (AHAR) के अध्यक्ष शिवानंद शेट्टी ने कहा, “जैसा कि अपेक्षित था 30 - 35 प्रतिशत रेस्तरां आज खुल गए, जिनमें से अधिकांश केवल 30-40 प्रतिशत कर्मचारी के साथ, सीमित मेनू में ही संचालित हो रहे हैं।

शेट्टी ने कहा, हमें उम्मीद है कि 15 दिनों में चीजें सामान्य हो जाएंगी। रेस्तरां मालिकों ने नियमों का पालन सुनिश्चित किया है।

उन्होंने आगे कहा कि शरीर के तापमान की जांच, सामाजिक दूरी, मास्क पहनने, ग्राहको से सीधे संपर्क से बचने सहित अन्य नियमों और एसओपी बनाये जाने के लिए हम राज्य सरकार के शुक्रगुजार हैं और हमें ट्रैक पर वापस लाने में मदद करने के लिए और अधिक समर्थन की उम्मीद करते हैं।

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