पुलिस हस्तक्षेप के बाद शिवाजी पार्क में होने वाला 'स्लीपिंग प्रोटेस्ट' हुआ रद्द

आरे में बनने वाले मेट्रो-3 के कारशेड के लिए तमाम लोग आंदोलन कर रहे हैं। रविवार को भी कई लोग दादर के शिवाजी पार्क में 'स्लीपिंग प्रोटेस्ट' (sleeping protest) यानी सोते हुए आंदोलन करने वाले थे, लेकिन पुलिस की दखल के बाद इस आंदोलन को रद्द कर दिया गया।

क्यों नहीं हो सका प्रोटेस्ट?

सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष आंदोलनकारी शिवाजी पार्क के नाना नानी पार्क में 'स्लीपिंग प्रोटेस्ट' करने के लिए पहुंचे थे, प्रोटेस्ट शुरू होता उसके पहले मौके पर पुलिस पहुंच गयी और उनसे आंदोलन करने के लिए अनुमति पत्र माँगा, लेकिन आंदोलनकारियों के पास अनुमति पत्र नहीं था। इसीलिए पुलिस ने आंदोलनकारियों ने वहां प्रोटेस्ट नहीं करने की बात कही। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा कि यह साइलेंट जोन है इसीलिए यहां आंदोलन नहीं हो सकता।

पुलिस ने आंदोलनकारियों को आंदोलन से संबंधित स्थानों जैसे आजाद मैदान या फिर आरे जाकर आंदोलन करने के लिए कहा। आंदोलनकारियों का कहना था कि आजाद मैदान और आरे दूर है वो आंदोलन के लिए किसी का ध्यान आकर्षित नहीं करना चाहते हैं।

 शिवाजी पार्क ने जहां आंदोलनकारियों को प्रोटेस्ट करने की अनुमति नहीं दी तो वहीं दूसरी तरफ आरे में रविवार को भी आंदोलनकारियों का जमावड़ा जुटा रहा। वहां उन्होंने 'चिपको आंदोलन' भी किया जिसमें कांग्रेस नेता संजय निरुपम भी शामिल थे। आंदोलन से जुड़ी पेश हैं कुछ तस्वीर... 

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