'अपने खिलाफ पीसी करने के लिए एमएनएस को रोक रही है शिवसेना'

एमएनएस को बीएमसी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस नहीं करने देने पर एमएनएस के नेताओं ने काफी हो हल्ला किया। एमएनएस नेता संदीप देशपांडे ने इसके पीछे सीधे-सीधे शिवसेना का हाथ होने का आरोप लगाया। आखिर काफी हो हल्ला होने के बाद जनसंपर्क विभाग ने एमएनएस को प्रेस कांफ्रेंस करने की मंजूरी दी।

क्या था मामला?

दरअसल शिवाजी पार्क जिमखाना की जगह पर शिवसेना महापौर के लिए नया बंगला बनाना चाहती है, जबकि एमएनएस इसका विरोध कर रही है। एमएनएस का कहना है कि शिवाजी और आसपास के मैदान खाली रखा जाये क्योंकि यहां सैकड़ों लोग सुबह शाम व्यायाम करते हैं और सैकड़ों बच्चे खेलते हैं। शिवसेना ऐसा करके जमीन को हड़पने का काम कर रही है।

एमएनएस ने किया हो हल्ला 

इसी मुद्दे को एमएनएस प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों के माध्यम से लोगों के सामने लाना चाहती थी। देशपांडे का कहना है कि जब वे प्रेस कांफ्रेस करने पहुंचे तो उस रूम में ताला लगाया गया था जहां प्रेस कांफ्रेस होनी थी।इसके बाद एमएनएस नेता संदीप देशपांडे सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विजय खबाले के कार्यालय पहुंच कर काफी हो हल्ला किया। मामला बढ़ता देख बाद में ताला खोल दिया गया।

'शिवसेना का हाथ'

इस बारे में बीएमसी के जन सम्पर्क विभाग का कहना है कि एमएनएस की तरफ से प्रेस कांफ्रेस करने की कोई सूचना नहीं दी गई थी. जबकि संदीप देशपांडे का कहना था कि इस प्रेस कांफ्रेस से शिवसेना घबराई हुई है इसीलिए उसी के इशारे पर यह सब किया गया। उन्होंने कहा कि स्थायी समितीचे अध्यक्ष यशवंत जाधव के कहने पर ही जनसंपर्क विभाग ने प्रेस कांफ्रेस रूम में ताला लगाया था।

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