गुरुवार को पुलिस की ओर से इजाजत ना मिलने के कारण छात्र भारती को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। हालांकी इस कार्यक्रम के रद्द होने के कारण कई छात्रों ने इसका विरोध किया। पुलिस ने की छात्रों को विरोध करने के लिए गिरफ्तार भी किया। इस कार्यक्रम में शिक्षक विधायक कपिल पाटील के साथ साथ जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद को भी वक्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
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पुलिस की इजाजत ना मिलने पर विधायक कपिल पाटील ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की सरकार छात्रों को दबाने की कोशिस कर रही है। उन्होने छात्र भारती के सम्मेलन में पुलिस के रवैये पर सवाल खड़ा किया।
सराकर को छात्रों का डर
कपिल पाटील का कहना है की वर्तमान स्थिति में युवाओं की समस्या के बारे में बात करनी चाहिए। पुलिस ने हमारे साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया। सरकार के सामने आज सबसे बड़ी चुनौता छात्र है। सरकार छात्रों के विचार को दबाना चाहती है। छात्र नेता रीचा सिंह ने कहा की सरकार को छात्रों का इतना डर क्यों सता रहा है।
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सोशल मीडिया पर होगा सम्मेलन
छात्रभारती के उपाध्यक्ष सागर भालेकर ने जानकारी दी है की 10 जनवरी को वो ये सम्मेलन सोशल मीडिया पर करेंगे और यही विद्यार्थी नेता उस समय छात्रों को सोशल मीडिया पर संबोधित करेंगे।