TIFR ने अपने सर्वे में किया दावा, कहा- कोरोना की दूसरी लहर जल्द होगी समाप्त

पिछले कुछ दिनों से मुंबई में कोरोना वायरस (Coronavirus in Mumbai) के केस में कुछ हद तक गिरावट आई है साथ ही इस संक्रमण का पॉजिटिविटी दर (Corona positivity rate) में भी गिरावट आई है। इसी कड़ी में मुंबईकरों के लिए एक और अच्छी खबर है। वो यह कि, अगले कुछ दिनों में मुंबई (Mumbai) में जारी कोरोना की यह दूसरी अपने समाप्ति की ओर है।

टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के वैज्ञानिकों ने मुंबई में कोरोना संक्रमण का अध्ययन किया है और कुछ निष्कर्षों पर एक मत हुए हैं। टाटा रिसर्च ने अपने अध्ययन में शहर में हो रहे टीकाकरण और कोरोना पीड़ितों की संख्या के आधार पर एक आंकड़ा जारी किया है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि, पहले लॉकडाउन (lockdown) के बाद जब सभी काम धीरे धीरे लाइन पर आने लगे थे। लेकिन जैसे ही बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से निकलना शुरू किया तो, सार्वजनिक स्थानों पर फिर से भीड़ हो गई, दुकानों, बाजारों, कार्यालयों में भीड़ हो गई। और जैसे-जैसे सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ी, कोरोना वायरस फिर से तेजी से फैलने लगा। इसी कारण कोरोना वायरस की दूसरी लहर फिर से पैदा हो गयी। मुंबई में, मुख्य रूप से कोरोना में लोकल ट्रेन (local train) में होने वाली भीड़ के कारण फैली। वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस (covid19) देखते ही देखते महाराष्ट्र, मुंबई, पुणे, नासिक, नागपुर और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में फैल गया। कोरोना वायरस का यह नया स्ट्रेन पिछले वर्ष स्ट्रेन की तुलना में 2 से 2.5 गुना अधिक संक्रामक और खतरनाक है। मुंबई में मार्च के दौरान प्रकोप काफी तेजी से बढ़ा। जिसकी वजह से कोरोना की दूसरी लहर मुंबई में शुरू हुई।

टीआईएफआर ने कहा, वर्तमान में वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार ही मुंबई में टीकाकरण चल रहा है। मुंबई में, एक महीने में 20 लाख लोगों को टीका लगाया गया था, अगर कोई नई स्ट्रेन नहीं आई और यदि टीकाकरण इसी तरह से सुचारू रूप से जारी रहा, तो जून तक मृत्यु दर में काफी कमी आने की संभावना है। शहर के स्कूलों को एक जुलाई से शुरू किया जा सकता है। हालांकि यह सिर्फ एक भविष्यवाणी है जो गलत भी हो सकती है।

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