कोर्ट के आदेश के बाद भी सर्वेक्षण का कार्य पूरा नहीं

  • पूनम कुलकर्णी & मुंबई लाइव टीम
  • सिविक

वर्ली – एसआरए योजना के अंतर्गत ओमकार बिल्डर ने वर्ली के गोपालनगर, हनुमाननगर, उद्योगनगर 1, उद्योगनगर 2 और तिलकनगर के झोपड़ों को 2010 से 2014 के बीच तोड़वा दिया था। इन इलाकों में करीब 2200 परिवार वाले रहते थे। इन परिवार वालों को 270 स्क्वायरफूट की जगह देकर ओमकार बिल्डर(बाबूलाल वर्मा) ने और जगह एलएनटी को दे दिया जिस पर 23 मंजिला टावर बना दी गयी। यहीं नहीं जिन धारकों के पास फोटो पास था उन्हें तीन चार रूम एलाट कर दिए गये। इस संदर्भ में 5 अगस्त को कोर्ट ने आदेश देते हुए इस बात के जांच करने का आदेश दिया था कि जिन लोगों को अतिरिक्त घर मिले हैं क्या उन्होंने घरों को ऊँचे दामों पर बेच दिया है? इसके लिए 3 दिसंबर को कोर्ट की तरफ से नोटिस भी जारी किया गया था। इस नोटिस के अनुसार 12 दिसंबर को गोपाल नगर में सोमवार को सर्वेक्षण का काम शुरू हुआ। सर्वेक्षण के दौरान इस बात की भी जांच की जा रही थी कि जिन घरों में लोग रह रहे हैं उस घर का मालिकाना हक़ का प्रूफ उनके पास है? लेकिन सर्वेक्षण के दौरान कुछ गड़बड़ी होने से काम को रोका दिया गया। अब अगला सर्वेक्षण का काम पुलिस की उपस्थिति में होगा। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी इस संदर्भ में कोई काम आगे नहीं बढ़ा जिससे स्थानीय निवासियों में संशय फैला है।

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