सहकारी बैंक घोटाले की जांच में विलंब

मुंबई - राज्य के सहकारी बैंक में 1500 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच में हो रहे विलंब की जानकारी देते हुए सहकारी मंत्री सुभाष देशमुख ने कहा कि जांच समिति ने समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी जिसके चलते जांच में इतनी देरी हुई, घोटाला बड़ा होने के कारण जांच में समय लग रहा है। अपर निबंधक शिवाजी पहिणकर की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई थी, लेकिन तीन बार जांच की समय सीमा बढ़ाने के बाद भी अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है।

सुभाष देशमुख विधान सभा में भाजपा के विधायक अतुल भातखलकर और शिवसेना विधायक सुनील प्रभू के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि 2001 में रिजर्व बैंक ने राज्य सहकारी बैंक के संचालक मंडल को बरखास्त करने का आदेश दिया था। राज्य सहकारी बैंक के तत्कालीन संचालक मंडल के 65 संचालकों पर घोटाले का संदेश है जिसमें कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के नाम भी शामिल हैं।

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