दोस्ती के नाम पर धोखा...मुंबई लाकर, गांववालो को सूनाई झूठी कहानी

कांदीवली समता नगर पुलिस की हद में गुंदेचा इंडस्ट्रियल स्टेट में एसआईएसएस सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले राम शिरोमणि को पता नहीं था की जिस दोस्त को अपने गांव से मुंबई काम के लिए लेकर आ रहा है वही उसके लिे एक दिन इतनी बड़ी समस्या खड़ी कर देगा।
दरअलस राम शिरोमणि गर्मियों की छूट्टियों में अपने गांव उत्तर प्रदेश गया हुआ था। गांव से लौटते वक्त उसके दोस्त दीपक सिंह (उम्र 25 वर्ष ) ने उससे मुंबई में काम दिलवाने की बात कही। हालांकी दीपक की दिमागी हालत ठिक ना होने की वजह से राम शिरोमणी ने उसे बार बार मना किया , लेकिन दिपक की जिद्द के आगे उसने उसने उसे मुंबई ले जाने के लिए रजामंदी भर दी। राम शिरोमणी दिपक को 27 अप्रेल को मुंबई लेकर आया।

जैसे ही दोनों मुंबई पहुंचे दीपक सिंह की तबियत बिगड़ गई , इसी बात को लेकर रामशिरोमणि काफी घबरा गया और 29 अप्रैल को को वापस पवन एक्सप्रेस का चालू टिकट निकालकर उसके गांव ले जाने के लिए दादर स्टेशन पहुंचा। दादर स्टेशन पर पहुंचने के बाद दीपक का मोबाइल, एटीएम कार्ड और पर्स रामशिरोमणि के पास रह गया था। उसी बीच दीपक ट्रैन में नही चढ़ पाया। लेकिन रामशिरोमणि ट्रैन पकड़कर कुर्ला स्टेशन पहुंच गया था। जब कुर्ला पहुंच कर उसने स्टेशन पर देखा तो दीपक का कही अतापता नही चला। करीब घंटो इधर उधर ढूंढने के बाद रामशिरोमणि ने दीपक के घर फोन करके गायब होने की खबर बता दी और खुद पवन एक्सप्रेस से सुल्तानपूर गॉव पहुच गया।


वहां जाकर राम शिरोमणी ने सबको पूरी कहानी बताई लेकिन दीपक की माँ को रामशिरोमणि की बातों पर भरोशा नही हुआ। इसके बाद रामशिरोमणि के ऊपर मर्डर का केस सुल्तानपुर में दर्ज करवा दिया जिसके चलते यूपी पुलिस बुधवार की रात पहुंचकर रामशिरोमणि को अपने तावे में लेकर जांच करना शुरू कर दिया। जांच के दौरान रामशिरोमणि ने पुलिस को बताया कि उसने दीपक के एटीएम से 20 हज़ार रुपये निकलकर उसको खर्चा कर दिया। वही सुल्तानपूर पुलिस के अनुसार आरोपी रामशिरोमणि ने दीपक को दादर ट्रेन में धक्का दे दिया था।

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