हिमालया ब्रिज हादसा - पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट

आजाद मैदान पुलिस ने  CSMT के पास हुए  हिमायल पुल हादसे में 650 पेज की चार्जशीट दाखिल की। पुलिस का कहना है की चार्जशीट में । आरोप पत्र में आरोपियों की भूमिका, नगर निगम के कर्मचारियों का विवरण, न्यायिक रिपोर्ट, पुलिस की स्वतंत्र रिपोर्ट और मृत व्यक्तियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट शामिल हैं

क्या था मामला

CSMT स्टेशन के पास 14 मार्च, 2019 को हिमालय फुट ओवर ब्रिज अचानक गिर गया था जिसमें   सात लोगों की मौत हो गई थी और इसके साथ ही 31 लोग घायल हो गए थे।   दुर्घटना के बाद, ब्रिज की जांच और उसके रखरखाव पर सवाल उठे थे। इस ब्रिज को बीएमसी और रेलवे की ऑडिट रिपोर्ट में भी सही बताया गया था, बावजूद इसके ये पुल अचानक गिर गया। पुलिस ने इस ब्रिज के रखरखाव में  बड़ी संख्या में भ्रष्टाचार और लापरवाही की जांच की।  भारतीय दंड संहिता की धारा 304 के तहत मामला भी दर्ज किया गया।

इस मामले में अभी तक पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ब्रिज का ऑडिट करनेवाले फर्म के मालिक  नीरज देसाई को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।  इसके साथ ही  इसमें एक नगरपालिका इंजीनियर के साथ एक सेवानिवृत्त नगरपालिका अधिकारी शामिल हैं। आजाद मैदान पुलिस ने गुरुवार को अदालत में आरोपियों के खिलाफ 650 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की।

क्या था बीएमसी की रिपोर्ट में 

साल 2017-18 वर्ष में ब्रिज के ऑडिट का काम  कार्यकारी अभियंता ए.आर. पाटिल की देखरेख में हो रहा था। तो वही साल 2013-14 में इस ब्रिज की मरम्मत का काम सहायक अभियंता एस.एफ. ककुलते की देखरेख में हो रहा था।  इस काम की रिपोर्ट को  सेवानिवृत्त बीएमसी  अभियंता एस.. कोरी और उनके सहायक आर.बी तारे ने अप्रुव किया था।  इस मामले में ठेकेदार आर.पी.एस. इन्फ्रास्ट्रक्चर को बीएमसी ने शोकॉज नोटिस जाहीर किया है और इसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है।  

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