कब बदलेगी मानसिकता?

मुंबई- हालही में जोगेश्वरी में हुए बलात्कार प्रकरम के बाद मुंबई में एक बार से सवाल खड़ा होता है कि मुंबी आखिर महिलाओं के लिए कितनी सुरक्षित है। सरकार ने बलात्कार करनेवाले आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाया है फिर भी इन घटनाओं में बढ़ोत्तरी साफ देखी जा सकती है। इसके पहले भी मुंबई में अगस्त 2013 में शक्ति मिल परिसर में महिला फोटोजर्नलिस्ट के साथ सामुहीक बलात्कार कि घटना सामने आई थी।

पूर्व पुलिस आयुक्त वाय. सी. पवार का कहना है कि जब तक लोगो कि मानसिकता में बलाव नहीं होगा तब तक इन मामलों में कमी नहीं आएगी। हालाकी ऐसा नही है पुलिस इन मामलों को गंभीरता से नहीं लेती, लेकिन बलात्कार के बढ़ते वारदातों से कही ना कही ये तो साबित होता है कि इस जघन्य अपराध को रोकने के लिए अभी और भी कदम उठाने जरुरी है।

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