बीते साल करप्शन के मामले में कई पुलिस अधिकारीयों के गिरफ्तार होने के बाद अब इस साल मुंबई पुलिस के चीफ ने नकेल कसना शुरू किया है। पुलिस कमिश्नर सुबोध कुमार जायसवाल ने आर्डर दिया है कि अब अगर कोई भी अधिकारी रिश्वत लेते पकड़ा जाता है तो उसका निलंबन करने की बजाय डायरेक्ट उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा।
आपको बता दें कि जहां एक तरफ सरकार स्वच्छ और ईमानदार छबि वाली सरकार होने का दावा करती है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस महकमे में फैले भ्रष्टाचार के कारण सरकार का यह वादा झूठा साबित नजर आता है। इसे देखते हुए अब प्रशासन के आला अधिकारी भ्रष्टाचार जैसी गंदगी को कम करने में लगे हैं।
पिछले दिनों मुंबई पुलिस कमिश्नर सुबोध कुमार जायसवाल ने पुलिस अधिकारीयों और कर्मचारियों के साथ मीटिंग की थी। इस मीटिंग में जायसवाल ने करप्शन फ्री प्रशासन की बात कही और इस पर इस पर लगाम कसने के लिए कड़े निर्णय लेने की भी बात कही। जायसवाल के मुताबिक रिश्वत लेने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अब निलंबित नहीं किया जायेगा बल्कि उसे सीधे नौकरी से निकाल दिया जायेगा। यही नहीं अगर किसी कर्मचारी को निलंबित भी किया जाता है तो उसे आधी सैलरी ही मिलेगी।
इसके अलावा इस मीटिंग में नागरिकों के साथ किस तरह से बातचीत की जाए, किसी से मोबाइल पर या फिर फेस-टू-फेस बात करते समय किस तरह का व्यवहार किया जाए, किसी भी लालच में नहीं पड़ने जैसे अनेक बातों पर ध्यान देने को कहा गया।
पुलिस महकमे से करप्शन को दूर करने के लिए जायसवाल की तरफ से उठाये गए इस कदम की चर्चा अब विभाग में भी हो रही है, जिससे भ्रष्ट अधिकारीयों की नींद उड़ी हुई है।