आपने सुना होगा की पुलिस कई बार एफआरआई नही लेने के अलग अलग कारण बताती है। लेकिन हालही में एक मामले में पुलिस ने यह कहकर एफआईआर लेने से मना कर दिया की उसे डॉक्टर के रिपोर्ट की लिखावट नहीं समझ में आई। दरअसल मामला निर्मल नगर पुलिस स्टेशन का है। जहां पर अपनी शिकायत लिखाने आई एक महिला को पुलिस ने यह कर मना कर दिया की उसे डॉक्टर के रिपोर्ट की हैंडराइटिंग नहीं समझ में आई।
14 तारीख की रात को खेरवाड़ी इलाके में रहनेवाली कोमल धस (22) के घर पर एक कार्यक्रम था। कार्यक्रम के दौरान उनके पति की कहासुनी आसपास के कुछ लोगों से हुई। झड़प के दौरान किसी ने कोमल धस का हाथ मोड़ दिया। जिससे उसके हाथ में गहरी चोट आई। कोमल डॉक्टर की रिपोर्ट लेकर जब पुलिस स्टेशन शिकायत करने पहुंची तो पुलिस ने कहा की उसे डॉक्टर की रिपोर्ट की हैंडराइटींग नही समझ में आ रही जिसके कारण वह एफआईआर नहीं लिखेगी। कोमल ने एक बार फिर से डॉक्टर से रिपोर्ट लिखवाकर लाई , लेकिन इस बार भी पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं दर्ज की।
कोमल धस ने इस बाबत सीपी और डीसीप को भी पत्र लिख न्याय की गुहार लगाई है।