सचिन वझे की साइड पोस्टिंग, भेजे गए नागरिक सुविधा केंद्र

मनसुख हिरेन (mansukh hiren murder case) की मौत के विवाद के बीच में फंसे सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वझे (sachin वझे) को नागरिक सुविधा केंद्र (सिटीजन फॅसिलिटेशन सेंटर-cfc) में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने गुरुवार रात इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी किया। वझे शुक्रवार को अपना पदभार ग्रहण कर सकते हैं।

मनसुख हिरेन की पत्नी ने वझे पर हिरेन की हत्या का आरोप लगाया है। अधिवेशन में विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा, साथ ही वझे को निलंबित करने और गिरफ्तार करने की मांग की।

बजट सत्र के अंतिम दिन गृह मंत्री अनिल देशमुख (home minister anil deshmukh) ने वझे को इंटेलिजेंस प्रमुख के पद से हटाने की घोषणा की। तब से हर किसी के मन में यही प्रश्न चल रहा था कि वझे को अब कौन सा विभाग दिया जाएगा।

एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड यानी ATS ने मनसुख हिरेन की मौत के मामले में सचिन वझे से दस घंटे तक पूछताछ की है। सचिन वझे ने एटीएस को बताया, कि, 'उन्होंने उस स्कॉर्पियो का इस्तेमाल नहीं किया, और वे धनंजय गावड़े को भी नहीं जानते।'

इस बीच, सचिन वझे ने एक चौकानें वाला दावा किया है। उन्होंने बताया कि, उनके एक वाहन का पीछा किया जा रहा था और उसका नंबर भी फर्जी है। वझे ने कहा है कि, कोई शख्स अपने वाहन में पुलिस का बोर्ड लगाकर उनके वाहन का पीछा कर रहा है।

सूत्रों के अनुसार, वझे का पीछा करने वाला गाड़ी एटीएस की थी।

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