पिछले छह महीने में महाराष्ट्र से लगभग 3000 हजार लड़कियों के गायब होने की खबर है. इस बात का खुलासा खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। मुख्यमंत्री नागपुर में चल रहे शीतकालीन सत्र के आधिवेशन में सदन को सम्बोधित कर रहे थे।
आरोपियों के खिलाफ कोई रिकॉर्ड नहीं
गायब होती छोटी लड़कियों के विषय में चिंता जताते हुए अकोला के विधायक रणधीर सावरकर ने सीएम से सवाल किया। इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने चौकानें वाली जानकारी देते हुए कहा कि मुंबई पुलिस के पास छोटी लड़कियों को चुराने वाले या फिर बहलाफुसला कर भगाने वालों आरोपियों के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज नहीं है।
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आंकड़ों में हुयी बढ़ोत्तरी
सीएम ने आगे कहा कि जनवरी 2016 से जून 2016 के दौरान 2881 बच्चियां गायब होने की सूचना मिली जबकि जनवरी 2017 से जून 2017 के दौरान यह आंकड़ा बढ़ कर 2965 हो गया।
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विशेष अनैतिक व्यापार प्रतिबंध कक्ष की स्थापना
जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गायब होतीं लड़कियों की रोकथाम के लिए विशेष अनैतिक व्यापार प्रतिबंध कक्ष की स्थापना की गयी है। उन्होंने आगे कहा कि गुमशुदा बच्चियों की तलाश के लिए ऑपरेशन मुस्कान और स्माइल के अंतर्गत 1613 बच्चियों की तलाश कर उन्हें उनके परिजनों को सौंपा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल गुमशुदा हुए 645 बच्चों को ढूंढने में कामियाबी मिली।