मुंबई के दहिसर स्टेशन पर 13 अक्टूबर के दिन चलती ट्रेन से गिरकर एक शख्स की मौत हो गयी थी। पुलिस ने इस मामले को एक्सीडेंटल डेथ मान कर चल रही थी, लेकिन जब पुलिस ने और भी जांच शुरू की तो चौंक गई। दरअसल जिसे पुलिस जिसे एक्सीडेंटल डेथ मान कर चल रही थी दरअसल वह हत्या का मामला साबित हुआ। यह खुलासा हुआ रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज से। अब इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला?
दहिसर रेलवे स्टेशन पर 13 अक्टूबर के दिन शाम को जब 5:21 बजे वाली ट्रेन पहुंची तो विरार निवासी जयराम गुप्ता चलती ट्रेन से उतरने के प्रयास में गिर जाते हैं और काफी चोटिल हो जाते हैं। जिससे उनकी मौत हो जाती है। प्रथम द्रष्टया बोरीवली रेलवे पुलिस ने गुप्ता की मौत को हादसा समझकर एडीआर दर्ज किया। बाद में स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को जब पुलिस ने बहुत बारीकी से खंगाला तो पुलिस को सारा माजरा समझ में आ गया।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा था कि तीन लोग उसी डिब्बे से उतरकर भागते हैं जिस डिब्बे से गिर करा गुप्ता की मौत हुई थी। यही नहीं पुलिस को गुप्ता के पास से न तो मोबाइल मिला और न ही उसका पर्स, यह बात पुलिस को थोड़ा अजीब लगी। क्योंकि आज के समय में ऐसा ही कोई हो जिसके पास मोबाइल न हो। इसके बाद सीसीटीवी से मिले सूबतों के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 दर्ज कर तीन लोगों को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर हर्षद राठौड़ (19), केविन फर्नांडीज (18) और अनिकेत विश्वकर्मा (18) को गिरफ्तार किया।
जीआरपी की माने तो इस हादसे के अलावा इन्होंने 26 अक्टूबर को भी एक अन्य व्यक्ति को लूटने की कोशिश की थी। उस यात्री के विरोध करने पर इन्होने उसे चाकू मार दिया और चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गए थे।इनके खिलाफ अलग-अलग पुलिस स्टेशनो में कई मामले दर्ज हैं। इसकी जांच करने के साथ-साथ जीआरपी आगे की कार्रवाई में जुट गयी है।