महाराष्ट्र में 33 फिसदी लड़कियां माध्यमिक शिक्षा से वंचित!

राज्य में लगभग 9 लाख लड़कियां बालमजदूर होने के कारण प्राथमिक शिक्षा लेने के बाद माध्यमिक शिक्षा नहीं ले पाती है। एक संस्था के द्वारा दी जानकारी के आधार पर विधायक हेमंत टकले ने ये बयान विधानपरिषद में दिया। राज्य में 15 से 19 साल की लड़कियों की संख्या 49 लाख है। जिसमें से 18.04 फिसदी यानी की लगभग 9 लाख लड़किया अलग अलग स्वरुप में बाल मजदूरी का कार्य करती है। ग्रामीण भागों में ये संख्या ज्यादा है।

अनियंत्रित क्षेत्र में लड़कियों की बालमजदूरी अधिक

नंदुरबार, गडचिरोली, जालना, हिंगोली जिले में 31 से 39 फिसदी लड़कियां बाल मजदूूर है। तो वही ठाणे, नाशिक, पुणे, अहमदनगर, जलगांव में 30 फिसदी लड़कियां बालमजदूरी का कार्य करती है। अनियंत्रित क्षेत्र में लड़कियों की बालमजदूरी अधिक है। जिसके कारण ये लड़कियां प्राथमिक शिक्षा तो ले लेती है लेकिन माध्यमिक शिक्षा नहीं ले पाती है।

स्कूल जाने के लिए साइकिल देने की मांग

विधायक हेमंत टकले ने सरकार से मांग की है की सरकार को इस ओर सख्त कदम उठाने चाहिये। माध्यमिक शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप दी जाये। इसके साथ ही उन्हे स्कूल जाने के लिए भी साइकिल दी जाये जिससे वो स्कूल आसानी से पहुंच सके।

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