शिक्षक दिवस से पहले केंद्र सरकार स्कूल खोलने का दे सकती है आर्डर

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कोरोना वायरस के कारण घोषित किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूली छात्रों को उनका नया सेशन ऑनलाइन ही पढ़ाया जा रहा है। साथ ही स्कूलों द्वारा इस लॉकडाउन में वसूले जा रहे फीस का कई अभिभावक विरोध भी कर रहे हैं। इसी क्रम में सरकार द्वारा 1 सितंबर से स्कूल खोलने का निर्णय लिया जा सकता है।

देश भर में कोरोना के कारण लॉकडाउन लगे पांच महीने से ज्यादा का समय बीत गया है। और इसी कोरोना के डर से स्कूल कॉलेज (School-College Reopen) भी बंद हैं। स्कूल कॉलेज में बच्चों को नए सेशन की पढ़ाई ऑनलाइन पढ़ाई जा रही है।

साथ ही पहले की तरह अब कब से स्कूल चलेंगे इसे लेकर छात्र ही नहीं बल्कि उनके पैरेंट्स भी परेशान हैं। जिसके बाद अब सरकार की तरफ से फिर से स्कूल कॉलेज खोलने (School Reopening Date) को लेकर योजना बनाई जा रही है। माना जा रहा है कि 5 सितंबर से यानी शिक्षा दिवस के दिन से देश अलग अलग हिस्सों में फिर से स्कूल खोलने की इजाजत दी जा सकती है और बच्चे दोबारा से स्कूल कॉलेज जा सकेंगे।

हालांकि सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस के वर्तमान संकट को देखते हुए स्कूल कॉलेज खोलने को लेकर अभी सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं की गई है लेकिन अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक सितंबर से केंद्र सरकार स्कलू खोलने के लिए गाइडलाइन जारी कर सकती है।

अभी इस समय सरकार द्वारा 31 अगस्त तक फिर से लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। और अनलॉक का अगला चरण एक सितंबर से शुरू होगा। और अनलॉक के साथ ही स्कूल, कॉलेज भी खोले जा सकते हैं। लेकिन कोरोना की स्थिति को देखते हुए स्कूल, कॉलेज खोलने का आखिरी फैसला राज्य सरकार पर ही निर्भर करेगा। यह राज्य सरकार का दायित्व होगा कि वह किस प्रकार से बच्चों और टीचर्स के लिए नियम तय करती हैं। केंद्र सरकार 1 सितंबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में दोबारा पढ़ाई सुचारु रूप से शुरू हो सके इसके लिए सचिव स्तर पर बात भी हो चुकी है। सरकार ने इसके लिए मंत्रियों के एक समूह को स्थिति का जायजा लेकर नियम तय करने की जिम्मेदारी दी है।

सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि, सरकार पहले 10वीं और 12वीं कक्षा शुरू कर सकती है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसके बाद निचले कक्षा की क्लास भी शुरू हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि एक सितंबर से स्कूल में सिर्फ दो सेशन में पढ़ाई होगी ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।

इसके पहले स्कूल कॉलेज को खोलने के लिए जुलाई में भी सर्वे कराया गया था लेकिन इसमें अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं थे, जबकि राज्य सरकारों का कहना है कि स्कूल न खुलने की वजह गरीब परिवारों के बच्चों का काफी नुकसान हो रहा है।

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