खतरे में 80 हजार विद्यार्थियों का भविष्य

  • संतोष मोरे & मुंबई लाइव टीम
  • शिक्षा

मुंबई - मुंबई विद्यापीठ से संलग्न अनेक महाविद्यालय के विद्यार्थियों का इंटरनल नंबर विद्यापीठ के पास निर्धारित समय सीमा के भीतर नहीं भेजा गया है। जिसकी वजह से तृतीय वर्ष के हजारों विद्यार्थियों का रिजल्ट नहीं मिलने से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। महाविद्यालयों की इस लापरवाही की सजा टी वाय बीए, बीकॉम और बीएससी के करीब 80 हजार विद्यार्थियों को भुगतनी पड़ेगी। इसमें टीवाय बीकॉम के 32 हजार 217, बीएससी के 32 हजार 948 और बीए के 14 हजार 422 विद्यार्थी शामिल हैं। जिसे लेकर कई महाविद्यालयों का कहना है कि सर्वर में खराबी के कारण इंटरनल नंबर डाउनलोड नहीं किए जा सके तो वहीं कुछ महाविद्यालयों को तर्क है कि महाविद्यालय की परीक्षा शुरू होने के कारण नंबर भेजने में विलंब हुआ। दूसरी बात कि विद्यापीठ के पास बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट जमा करना आवश्यक है उसका वेरिफिकेशन होता है। महाविद्यालयों को सूचना देने के बाद भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। मुंबई विदयापीठ के कुलसचिव डॉ. एम. ए. खान ने कहा इंटरनल नंबर भेजने के लिए समय सीमा बढानी होगी।

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