गवर्नमेंट लॉ कॉलेज का तुगलकी फरमान- 'कॉलेज का नाम सोशल मीडिया पर न करें प्रयोग'

भले ही पीएम मोदी डिजिटलाइजेशन का दम भरते हो, लेकिन चर्चगेट स्थित गवर्नमेंट लॉ कॉलेज ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए आदेश जारी किया है कि कॉलेज के नाम का का उपयोग किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर न किया जाए। अब इस आदेश को लेकर कॉलेज के छात्रों में रोष व्याप्त है कि आखिर कॉलेज ने यह फरमान किस आधार पर जारी किया है?

कॉलेज छात्रों ने बनाया था पेज 

कई कॉलेज के छात्र अपने-अपने कॉलेज के नाम पर फेसबुक पेज बनाते हैं, इस पेज पर कॉलेज में होने वाले कार्यक्रम की तस्वीरें, वीडियो सहित शिकायतें आदि शेयर किये जाते हैं, साथ ही कुछ बच्चे कैम्पस में होने वाली कुछ अन्य फनी बातों, कुछ क्लासेज की बातें भी शेयर करते हैं। चर्चगेट स्थित इस गवर्नमेंट लॉ कॉलेज के भी छात्रों ने इंस्टाग्राम पेज पर GLC mumbai confession page  नामसे एक पेज  बनाया था।

कॉलेज ने बंद करने का दिया आदेश 

लेकिन सोमवार को इस कॉलेज की प्रिंसिपल सुवर्णा केवले ने एक नोटिस जारी कर इस पेज को बंद करने का फरमान सुना दिया। 19 नवंबर को जारी किया गया यह नोटिस पेज बनाने वाले एडमिन के नाम पर है। यही नहीं, ऐसा न करने पर एडमिन के खिलाफ कार्रवाई भी करने की बात कही गयी है।  

'तो होगी कड़ी कार्रवाई' 

नोटिस में लिखा गया है कि कॉलेज की मंजूरी के बिना कॉलेज का नाम किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूज न किया जाए। अगर कोई छात्र ऐसा करता पाया जाता है तो उस छात्र के खिलाफ कड़े कदम उठाये जा सकते हैं।

इस नोटिस के जारी होते ही कई छात्रों ने अपने अपने पेज से कॉलेज का नाम डिलीट करना शुरू कर दिया है। अधिकारों का हनन बताते हुए स्टूडेंट लॉ काउंसिल के अध्यक्ष सचिन पवार का कहना है कि भारतीय संविधान में हर किसी को बोलने का अधिकार है, लेकिन यहां हमारे अधिकारों का हनन किया जा रहा है। यह कॉलेज की पूरी तरह से मनमानी है। छात्रों में फूट डालने का काम कॉलेज प्रशासन कर रहा है।

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