IIM ने नवी मुंबई में आर्थिक और वित्तीय शिक्षा केंद्र का प्रस्ताव रखा

भारतीय प्रबंधन संस्थान मुंबई (Indian institute of Management) ने नवी मुंबई में आर्थिक एवं वित्तीय शिक्षा केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आईआईएम द्वारा राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।(IIM proposes economic and financial education center in Navi Mumbai IIM)

वित्तीय क्षेत्र में प्रशिक्षण, अनुसंधान और नवीन पाठ्यक्रम प्रदान करना मुख्य उद्देश 

इस केंद्र के माध्यम से संस्थान का मुख्य उद्देश्य वित्तीय क्षेत्र में प्रशिक्षण, अनुसंधान और नवीन पाठ्यक्रम प्रदान करना है। साथ ही, संस्थान ने उद्योगों द्वारा आवश्यक प्रशिक्षित पेशेवरों को तैयार करके देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने की अपनी तत्परता दिखाई है।

दीक्षांत समारोह

IIM मुंबई का दूसरा दीक्षांत समारोह शनिवार, 20 सितंबर को आयोजित किया गया। इस समारोह में यह घोषणा की गई। इस अवसर पर, 932 स्नातकोत्तर छात्रों, 31 पीएचडी छात्रों और विज़नरी लीडर्स फॉर मैन्युफैक्चरिंग कार्यक्रम के सातवें बैच के 25 स्नातकों को उपाधियाँ प्रदान की गईं।

विश्व अर्थव्यवस्था की चुनौतियां 

इस दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा उपस्थित थे। उन्होंने विश्व अर्थव्यवस्था की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने व्यापार युद्धों, भू-राजनीतिक तनावों और तकनीकी बाधाओं का हवाला देते हुए बदलती परिस्थितियों पर टिप्पणी की।

नए ज़माने के पाठ्यक्रम

आईआईएम मुंबई ने नवी मुंबई में एक वित्तीय शिक्षा केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए भारतीय रिज़र्व बैंक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ समन्वय किया जा रहा है।केंद्र अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है। आईआईएम मुंबई के निदेशक मनोज तिवारी ने कहा कि इसका उद्देश्य छात्रों के लिए फिनटेक, ट्रस्ट प्रबंधन, साइबर सुरक्षा जैसे नए ज़माने के पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना है।

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