खतरे में विद्यार्थियों का भविष्य

  • योगेश राउत & मुंबई लाइव टीम
  • शिक्षा

कांदिवली- कांदिवली पश्चिम के भाब्रेकरनगर के श्रीमती सरोजादेवी आदर्श विद्यालय हिंदी माध्यमिक स्कूल को एसआरए प्रोजेक्ट में आने की वजह से अपात्र घोषित कर दिया गया है। जिससे यहां पढ़ने वाले 1 से 10 वीं तक के एक हजार विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। संत श्री रामकुमार शम्भूराम चौरसिया एज्युकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित 5 से 10 वीं तक यह स्कूल अनुदानित है। स्कूल में 25 शिक्षक और 5 शिक्षकेतर कर्मचारियों को मिलाकर कुल 30 लोग कार्यरत हैं। स्कूल को 2000 में मान्यता मिली थी।

स्कूल की मुख्याध्यापिका पूनम चौरसिया ने बताया कि इलाके में एसआरए परियोजना के तहत निर्माण कार्य शुरू है। जिसकी वजह से बिल्डर ने स्कूल की जगह को अपात्र घोषित कर दिया है। हाईकोर्ट ने भी बिल्डर के पक्ष में फैसला देते हुए स्कूल को खाली करने का आदेश दिया है। लेकिन विद्यार्थी दूसरे स्कूल में जाने को तैयार नहीं हैं। बिल्डर ने कई बार विद्यालय को तोड़ने की कोशिश की लेकिन विद्यार्थियों और उनके परिजनों की मदद से इसे बचा लिया गया। स्कूल टूटने से विद्यार्थियों के भविष्य को खतरा हो सकता है।

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