रिचा चड्डा ने बनाया इको-बप्पा, विसर्जन के बाद उगेंगे पेड़!

25 अगस्त को गणेश चतुर्थी है। इस दिन मुंबई शहर बप्पा के जयकारों से सारबोर हो उठेगा। इस शहर में हजारों की संख्या में बप्पा की मूर्तियां बनाई जाती हैं। लोग हर्षोंल्सास के साथ उन्हें मंडलों में और घरों में स्थापित करते हैं। लालबागचा राजा, अंधेरीचा राजा और वडालाचा राजा के दर्शनों के लिए देशभर से लोग यहां आते हैं। 11वें दिन बप्पा का विसर्जन होता है। विसर्जन के बाद मुंबई के समुद्री किनारे कचरामय हो जाते हैं। इसी को रोकने के लिए गैंग्स ऑफ वासेयपुर, मसान और सरबजीत जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी एक्ट्रेस रिचा चड्डा आगे आई हैं। उन्होंने गणेश चतुर्थी के लिए इको-फ्रेंडली गणेश को प्रोत्साहन दिया है।

रिचा चड्डा आज मुंबई के ट्री-गणेश के एक विशिष्ट केंद्र पर गईं जो दत्ताद्री कोठुर द्वारा चलाया जाता है। यहां गणेश की मूर्तियां ऐसे पदार्थों से बनाई जाती हैं जो गलकर पौधे के रूप में उगते हैं। जिसे लोग अपने घरों या अन्य जगहों पर लगा सकते हैं। यह निश्चित ही अपनी तरह की एक अलग ही शुरुआत है। जो उत्सव के उत्साह को एक कदम आगे ले जाती है। साथ ही पर्यावरण के संरक्षण को भी महत्त्व देती है। इस मौके पर रिचा और दत्ताद्री ने मिलकर इस मुहिम के तहत एक मूर्ति भी बनायी।

रिचा का कहना है, इसका समर्थन करके बहुत खुशी हो रही है। इस तरह के अभियान के बारे मैंने पहले सुना तो था, पर कभी हिस्सा नहीं बन सकी थी। यह पहला मौक़ा है जब मुझे ऐसे अभियान में सक्रियता से भाग लेने का अवसर मिला है। मेरे विचार से अब समय आ गया है कि उत्सवों और त्योहारों के नाम पर हम अपने पर्यावरण को प्रदूषित करने से बचें तथा देर होने से पहले चेत जाएं। मुझे समुद्री-बीच की हालत को देखकर काफी दुःख होता है जब उत्सव के दौरान रोड पटाखों के कचरे से बर्बाद होता है। तथा विसर्जन के समय बीच गंदा हो जाता है। इसलिए मेरे खयाल से ट्री-गणेश इसका समुचित समाधान है जो न केवल पर्यावरण को बचाता है बल्कि पेड़ लगाकर पर्यावरण को मजबूती भी प्रदान की जा सकती है।

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