‘ओके जानू’ बस ओके है

  • मंदार जोशी & मुंबई लाइव टीम
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मुंबई - मणिरत्नम ने जब साउथ की सुपरडुपर हिट फिल्म ओके कनमनी को हिंदी में बनाने का फैसला किया तो डायरेक्शन की कमान अपने चहेते डायरेक्टर शाद अली को सौंपी। लिव-इन रिलेशनशिप पर साउथ की कहानी को हिंदी में नए अंदाज से बनाने के लिए शाद अली ने आशिकी 2 जोड़ी आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर को लिया। अफसोस, साउथ में सुपरहिट रही इस फिल्म को हिंदी में बनाने के लिए शाद ने होमवर्क अच्छी तरह नहीं किया।

मुंबई रेलवे स्टेशन पर आदि (आदित्य रॉय कपूर) और तारा (श्रद्धा कपूर) पहली बार मिलते हैं। गेमिंग के जबर्दस्त शौकीन आदि एक सॉफ्टवेयर डिवेलप करने के लिए लंबे अर्से से अमेरिका जाना चाहते हैं। वहीं, तारा एक आर्किटेक्ट हैं। तारा भी पैरिस जाना चाहती हैं। तारा और आदि की मुलाकातें बढ़ती हैं। इन दोनों में बस एक ही समानता है कि दोनों की डिक्शनरी में मैरिज नाम का शब्द नहीं है। दोनों को मैरिज की बजाएं लिव-इन रिलेशनशिप में रहना कुछ ज्यादा पसंद है। कुछ दिनों बाद तारा अपना हॉस्टल छोड़कर आदि के किराए के मकान में रहने आ जाती है। आदि का मकान मालिक गोपीचंद श्रीवास्तव (नसीरूद्दीन शाह) यहीं अपनी वाइफ (लीला सैमसन) के साथ रह रहा हैं। लिव-इन रिलेशनशिप की इस सिंपल कहानी में टर्न उस वक्त आता है जब आदि को यूएस जाने का मौका मिलता है।

अगर शाद अली लिव-इन रिलेशनशिप की इस कहानी पर साउथ की फिल्म से हटकर काम करते तो यकीनन फिल्म और बेहतर बन पाती।

फिल्म का एक गाना हम्मा- हम्मा कई म्यूजिक चार्ट में टॉप फाइव में शामिल हो चुका है। एआर रहमान का सुरीला संगीत फिल्म का प्लस पॉइंट कहा जा सकता है।

अगर आप आदित्य रॉय कपूर और श्रृद्धा कपूर के पक्के फैन हैं तो ओके जानू को देख सकते हैं, अगर ऐसा नहीं है तो घर बैठकर किसी नई फिल्म का इंतजार करें।

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