दादर बीच से साफ किया 1000 टन कचरा, UN ने दिया अवॉर्ड

कहते हैं अगर मन में जोश और हिम्मत हो तो आप दुनिया को अपने कदमों में झुका सकते हैं। यह बात मुंबई के एक युवक पर बिलकुल सटीक बैठती है। इस युवक ने अपने कार्य से न केवल मुंबई को एक साफ़ स्वच्छ पर्यावरण दिया बल्कि इस कार्य के लिए इसे संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nation) ने अवार्ड भी दिया। इस युवक का नाम मल्हार कलम्बे है जिसकी उम्र अभी मात्र 21 साल ही है। मल्हार और उसकी टीम ने दादर बीच से 1000 टन से अधिक कचरा हटाकर दादर बीच की सूरत ही बदल दी। पिछले साल मल्हार को इस काम के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nation) ने V Award India (वॉलिंटियर अवॉर्ड) देकर सम्मानित किया है। 

इस अवार्ड को पाकर मल्हार और उसके दोस्त ख़ुशी से फुले नहीं समाते, मल्हार कहते हैं कि 'इंसान चाहे तो कुछ भी कर सकता है। हम हर काम सरकार के जिम्मे नहीं छोड़ सकते। गणपति विसर्जन में यहां काफी गंदगी हो जाती है, लोगों को पर्यावरण के प्रति कुछ चिंता नहीं है। मैंने अपने दोस्तों के साथ मिल कर इस गंदगी को साफ़ करने का फैसला किया। हमने पहले 'बीच प्लीज' नाम से सफाई अभियान चलाया और अब हमारे साथ कई लोग जुड़ गये हैं।'

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मल्हार और उसकी टीम ने डेढ़ साल में दादर समुद्र तट से लगभग 1000 टन से ज्यादा कचरा साफ कर दिया है। यही नहीं मल्हार और उसकी टीम ने मीठी नदी भी साफ किया है, कई ईनाम और अवार्ड जीत चुके मल्हार यूएन के इस अवार्ड को अपने जीवन का अनमोल क्षण बताते हैं। यही नहीं मल्हार को युवा सेना चीफ उद्धव ठाकरे भी इनाम दे चुके हैं

चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के स्टूडेंट मल्हार और उनके दोस्तों ने सबसे पहले 10 सितंबर 2017 से इस सफाई अभियान की शुरुआत की थी। सूत्रों के अनुसार मल्हार और उनकी टीम छुट्टी के दिन यानी शनिवार और रविवार को ही सफाई करते थे धीरे-धीरे लोग जुड़ने लगे और टीम बड़ी होने लगी तो यह काम हर दिन होने लगा। आज इस कार्य के लिए लगभग 20,000 से अधिक मुंबईकर शामिल हो गए हैं।

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